मुंबई स्थित रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी की मुंबई पुलिस की ओर से की गई गिरफ्तारी की सोशल मीडिया पर हर कोई निंदा कर रहा है. इसे बदले की भावना से करवाई बताया जा रहा है. नेता से लेकर पत्रकार तक हर कोई अर्णब गोस्वामी के समर्थन में अपनी आवाज उठा रहा है.

बात दे गृहमंत्री अमित शाह ने भी अर्णब के गिरफ्तारी की आलोचना की है. इस घटना को लेकर उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला है.अमित शाह ने भी इस घटना को इंदिरा गांधी के जमाने में लगाई गई इमरजेंसी की घटना से जोड़ते हुए इसका विरोध किया.

इसी कड़ी में एबीपी न्यूज की पत्रकार रुबिका लियाकत ने भी इसकी आलोचना की है, रुबिका ने ट्वीट कर लिखा- “अर्नब से सहमत हो न हो इस बात पर हम सब को सहमत होना ज़रूरी है कि उनके साथ जो हो रहा है वो सरासर ग़लत है। असहमति के मायने अगर गिरफ़्तारी है तो आगे आपकी बारी है।”

महाराष्ट्र सरकार के इस हरकत पर अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है. रिपब्लिक टीवी और अर्णब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की शक्तियों का प्रयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. इससे हमें इमरजेंसी के दिनों की याद आती है. आजाद प्रेस पर इस हमले का विरोध होना चाहिए और होगा.’

इसके पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी इसका विरोध किया था. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि ‘हम महाराष्ट्र में प्रेस की स्वतंत्रता पर हुए इस हमले की आलोचना करते हैं. प्रेस का साथ बर्ताव करने का यह कोई तरीका नहीं है. इससे हमें इमरजेंसी के दिनों की याद आ रही है, जब प्रेस से ऐसा बर्ताव किया जाता था.’

बता दें कि अर्णब की गिरफ्तारी के बाद मुंबई पुलिस ने बताया कि ‘रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है.’