बॉलिवुड ऐक्‍टर अनिल कपूर ने अपनी नई फिल्‍म AK vs AK के ट्रेलर पर उठे विवाद पर सफाई दी है। भारतीय वायुसेना की आपत्तियों के बाद कपूर ने कहा कि उनका या निर्माताओं का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। फिल्‍म के एक सीन में IAF की गलत वर्दी पहने अनिल कपूर का चरित्र गालियां देता है। अनिल कपूर ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्हें अनजाने में हुई वायुसेना की भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगते हुए देखा जा सकता है।

विवाद के बाद कपूर ने बिना शर्त माफी मांगते हुए एक वीडियो संदेश में कहा कि “यह मेरे ध्यान में आया है कि मेरी फिल्म ‘एके वर्सेज एके’ के ट्रेलर ने कुछ लोगों को नाराज कर दिया है। जैसा कि मैंने अस्वाभाविक भाषा का उपयोग करने के दौरान भारतीय वायुसेना की वर्दी पहन रखी है, मैं ईमानदारी से किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए विनम्र माफी की पेशकश करना चाहता हूं। मैं बस कुछ संदर्भो को बयां करना चाहता हूं, ताकि आप यह समझ सकें कि इस तरह से चीजें कैसे आईं। मेरी फिल्म में मेरा चरित्र वर्दी में है, क्योंकि वह एक अभिनेता है, जो एक अधिकारी की भूमिका निभा रहा है। जब उसे पता चलता है कि उसकी बेटी का किडनैप हो चुका है तो वह इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहा है।” उन्‍होंने कहा कि IAF के अपमान का कोई इरादा नहीं था।

नेटफ्लिक्स ने भी इस मामले पर एक बयान जारी किया है। नेटफ्लिक्स इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा है कि उनका इरादा कभी भी भारत के सशस्त्र बलों का अनादर करने का नहीं रहा है। नेटफ्लिक्स ने स्पष्ट किया है कि वह देश की रक्षा करने वाले बहादुर जवानों को सर्वोच्च सम्मान की दृष्टि से देखते हैं।

वायुसेना ने फिल्म के ट्रेलर के सामने आने के बाद एक ट्वीट में कहा था, “इस वीडियो में अनिल कपूर को वायुसेना की वर्दी गलत तरीके से पहने हुए दिखाया गया है और जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह भी गलत है। सशस्त्र सेना में इस तरह का व्यवहार नियमों के खिलाफ है और इस दृश्य को फिल्म से हटाए जाने की जरूरत है।”

Source: Navbharat Times