चीन के साथ हुए समझौते पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. इसके बाद तमाम बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उनकी सोच पर सवाल उठाया है. भारत-चीन डिसइंगेजमेंट पर दिए गए राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा, “कुंदबुद्धि पप्पू जी के कमाल का कोई रास्ता नहीं है. कहीं और से सुपारी लेकर देश को बदनाम करने के षड्यंत्र और सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने की साजिशों में लगे हैं तो उसका कोई इलाज नहीं है.”

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की जमीन चीन को क्यों दी? इस पर गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने कहा, ‘कौन जमीन दिया है ये राहुल गांधी के दादा से पूछिए. जवाहरलाल नेहरू से पूछिए. कौन कायर है, कौन देशभक्त है, देश की जनता जानती है.’

“राहुल गांधी चीन के अघोषित प्रवक्ता बन गए” बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने भी राहुल के बयान पर पलटवार किया है. राकेश सिन्हा ने कहा, ‘राहुल गांधी का स्तर नीचे गिरता जा रहा है. अगर प्रधानमंत्री कायर हैं तो जवाहर लाल नेहरू क्या थे. कायर कौन है, 1962 में नेहरू ने 38 हजार किमी जमीन दे दी थी. राहुल गांधी चीन के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं. सदन में रक्षा मंत्री को ठीक से सुनते भी नहीं.’

भारत-चीन डिसइंगेजमेंट पर दिए गए राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा, ‘हमारी सरकार ने आसपास के देशों को जता दिया है कि अगर आप भारत पर वार करेंगे तो भारत भी वार करेगा. राहुल गांधी न समझते हैं और न ही समझने का प्रयास करते हैं. उनमें गंभीरता नहीं है. यह अपरिपक्व बयान है.’