हैदराबाद:GHMC की 150 सीटों पर 1,122 प्रत्याशी मैदान में हैं. बीजेपी ने इस चुनाव के प्रचार में अपने टॉप नेताओं को झोंक दिया था इसलिए काफी रोचक माना जा रहा है इस बार का मुकाबला। जिस आक्रमकता से बीजेपी यहां चुनाव लड़ी है, उससे पूरे देश की निगाहें इसपर हैं। एक दिसंबर को यहां 150 सीटों पर वोट डाले गए थे।

150 सीटों वाली ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में बीजेपी 88 सीटों पर आगे है। वहीं, 33 सीटों पर टीआरएस और 17 सीटों पर एआईएमआईएम आगे है।

2016 में बीजेपी को मिली थी सिर्फ 3 सीटें
2016 में हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव की बात करें तो टीआरएस ने 150 वार्डों में से 99 वार्ड में जीत हासिल की थी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 वार्ड में जीत मिली थी। जबकि बीजेपी महज तीन नगर निगम वार्ड में जीत दर्ज कर सकी थी और कांग्रेस को महज दो वार्डों में ही जीत मिली थी। इस तरह से ग्रेटर हैदराबाद और पुराने हैदराबाद के निगम पर केसीआर और ओवैसी की पार्टी ने कब्जा जमाया था।

GHMC में 24 विधानसभा-5 लोकसभा सीट
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है। यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी शामिल हैं। पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं। यही वजह है कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर बीजेपी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी तक की साख दांव पर लगी हुई है।