। पूरे देश में पिछले करीब 4 माह से किसानों का आंदोलन जारी है। किसान आंदोलन को तेज करने के लिए राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत जगह-जगह जाकर किसान महापंचायत कर रहे हैं, ताकि किसान आंदोलन तेज किया जाए। किसान नेता राकेश टिकैत शनिवार को दौसा के छारेडा गांव में पहुंचे जहां किसान महापंचायत को संबोधित किया।

किसान नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है तो 16 राज्यों को बिजली काट दी जाएगी। टिकैत की यह चेतावनी शनिवार को राजस्थान के दौसा में एक महापंचायत के लिए जाते समय भरतपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान आई। टिकैत ने कहा, ”केंद्र में कोई सरकार नहीं है और व्यापारी देश पर शासन कर रहे हैं। उन्होंने सभी सरकारी संस्थानों को बेच दिया है और देश के लोगों को सरकार में बैठे ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, ”संसद या विधानसभा में पूर्ण बहुमत मिलने पर कोई भी दल तानाशाह बन जाता है। केंद्र सरकार किसानों की जमीन बेचने की योजना बना रही है, जबकि जनता बेरोजगारी और भुखमरी का सामना कर रही है।” उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि किसान आंदोलन पांच से छह महीने तक जारी रहेगा। यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश में कोई विपक्ष नहीं है। अगर विपक्ष जिंदा होता तो सड़क पर किसानों की हलचल आदर्श रूप से संसद में लड़ी जाती।” उन्होंने कहा कि हालांकि किसान इन तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी रखने को प्रतिबद्ध हैं।

वहीं, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि कृषि आंदोलन के नेता जिस दिन चाहेंगे कि रास्ता निकालना है, उसी दिन समाधान हो जाएगा। एक सवाल के जवाब में तोमर ने ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए कहा, ”चार महीने से आंदोलन कर रहे किसान नेता जिस दिन चाहेंगे कि रास्ता निकालना है, उसी दिन समाधान हो जाएगा और सरकार भी रास्ता निकाल लेगी।” उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है और समाधान चाहती है।