New Delhi: कंगना रनौत ऑफिस तोड़ने के मामले में बीएमसी के खिलाफ केस जीत गई हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस केस में माना है कि बीएमसी की नीयत में खोट था। साथ ही कोर्ट ने ये भी माना कि इसमें महाराष्ट्र सरकार का भी कहीं ना कहीं हाथ था। कंगना के वकील रिजवान सिद्धीकी ने फैसला आने के बाद इस बारे में बात की।

बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला कंगना के हक़ में आने के बाद से आज शिव सेना और संजय राउत को लोगो ने सोशल मीडिया पर लोगो ने जमकर ट्रॉल किया। हर कोई शिव सेना और उद्धव सरकार पर तंज कस रहा है। ज्ञात हो बॉम्बे हाई कोर्ट ने ऑफिस तोड़ने के कार्रवाई को बदले की भावना से किया गया कार्रवाई बताया था।

बॉम्बे हाई कोर्ट ने साफ कहा कि BMC ने बदले की भावना से कंगना रनौत की ऑफिस तोड़ी है। इसके हरजाने की भरपाई BMC को करनी पड़ेगी। हाई कोर्ट के फैसले के बाद BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शिव सेना पर तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा “कल सामना की हेडलाइन होगी –
’हमारा ही उखड़ गया’? ☺️

बीएमसी के ऐक्शन के बाद हेडलाइन का था चर्चा
दरअसल, कंगना का ऑफिस टूटने के दूसरे दिन सामना की हेडलाइन में लिखा था, ‘उखाड़ दिया‘। आपको बता दे बीएमसी ने प्रक्रिया को नियम के तहत नहीं किया। इतनी पुलिस लेकर आए और अगले दिन भी सामना में रिपोर्ट आई, इससे पूरी दुनिया को जाहिर हो गया था कि शायद राज्य सरकार का हाथ है। हाई कोर्ट ने उस बार में कहा है कि साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। जजेस ने उस पहलू को नजरअंदाज नहीं किया और अपने जजमेंट में लिखा है। बहुत बैलेंस्ड फैसला दिया है।