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जब नितिन गडकरी ने सबके सामने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बोलती बंद कर दी..

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल माध्यम से झारखंड की 7 सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और 14 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सड़कों के रखरखाव पर ध्यान देने के साथ एलिफेंट कॉरिडोर (Elephant Corridor) बनाने की केन्द्र से मांग किया। तब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि 675 करोड़ का झारखंड के वार्षिक प्लान है वे पांच हजार करोड़ देने को तैयार हैं। हेमंत सरकार इसके लिए प्रपोजल बनाकर भेजे।

नितिन गडकरी और हेमंत सोरेन के बीजक हुई इस बात-चीत का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हुआ था। इस बातचीत के दौरान नितिन गडकरी ने कहा “675 करोड़ का आपका रोड एक्वीजीशन का प्लान है इस साल के लिए मैं इसे 5000 हजार करोड़ कर देता हूँ। आपके चीफ इंजीनियर से मुझे 5 हजार करोड़ का प्रपोजल भेजो मेरे पास पैसे की कमी नही है मुख्यमंत्री जी। तम केवल लैंड एक्वीजीशन करो और तुम्हारे को जितना मग्न है उतना मांगों।जितना ब्रिज मांगना है जितना रॉड मांगना है मेरे पास भेजों मैं पूरा मंजूर कर देता हूँ।”

इस पूरे संवाद में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन केवल धन्यवाद कहते दिख रहे थे और उनका बॉडी लैंग्वेज भी काफी असहज लग रहा था। आगे नितिन गडकरी ने कहा था “आप PWD सिकरेट्री को बुलाओ और तुरंत मुझे प्रपोजल भेजो। मुझे बस एक ही चीज चाहिए क़्वालिटी का काम चाहिए, लैंड एक्वीजीशन समय पर चाहिए और फॉरेस्ट एनवायरनमेंट की क्लीयरेंस चाहिए। और आप अधिकारी मुझे अच्छे-अच्छे निकाल कर देदो मैं झारखंड को 3 साल के अंदर वेस्टर्न यूरोप और अमेरिका के स्टैण्डर्ड की सड़कें बना कर दूंगा ये आपको वचन देता हूं। और आपको मालूम है जो मैं बोलता हूं करके दिखाता हूँ।”

इसकेके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार के प्रति आभार जताते हुए कहा था कि हाल के वर्षों के झारखंड में सड़क निर्माण परियोजनाओं के लिए मिलने वाली राशि में बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने साहेबगंज में गंगा नदी पर पुल बनाने के काम में तेजी लाना, झारखंड को पाराद्वीप से जोड़ने, भारतमाता परियोजना को समय पूरा करने और सड़क किनारे पेड़ लगाने का आग्रह किया था। सोरेन ने हाथियों के विचरण के लिए कॉरिडोर बनाये जाने की भी आवश्यकता पर भी बल दिया था।