केंद्र सरकार ने शुक्रवार को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया। केंद्र सरकार के इस कदम को कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सराहनीय कदम बता दिया। संजय निरुपम के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के अंदर हंगामा मचने से पहले ही ट्विटर पर आकर उन्होंने अपनी सफाई पेश कर दी। कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर कहा कि टीवी चैनल ने गलत खबर देकर मुझसे प्रतिक्रिया ली।

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्विटर पर इस मामले में अपनी सफाई पेश करते हुए टीवी चैनल पर निशाना साधा। संजय निरुपम ने ट्वीट कर कहा कि अभी एबीपी न्यूज ने ग़लत जानकारी देकर मुझसे फोनो लिया। मुझे बताया गया कि मेजर ध्यान चंद को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया है। मैने कहा सराहनीय कदम है। बाद में पता चला कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदल कर ध्यानचंद जी के नाम किया गया है। यह ओछी हरकत है।

इस ट्वीट के तुरंत बाद संजय निरुपम ने एक और ट्वीट कर अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने की मांग कर डाली। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, जनता की भारी मांग है कि अहमदाबाद के नए स्टेडियम से अपना नाम हटाकर किसी खिलाड़ी के नाम कर दीजिए। खिलाड़ियों के सम्मान में भी राजनीतिक दांव पेंच क्यों ?

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने का ऐलान किया, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।

राजीव गांधी अवार्ड का नाम बदलने पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल पुरस्कार रखने का स्वागत है। राजीव गांधी अपने नाम से नहीं बल्कि अपने काम से जाने जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार नरेंद्र मोदी स्टेडियम और अरुण जेटली स्टेडियम का भी नाम बदलकर मैरीकॉम, सचिन तेंदुलकर समेत कई मशहूर खिलाड़ियों के नाम पर रखे।