महिला पत्रकार और यूट्यूब चैनल ‘मूकनायक’ की फाउंडर मीना कोटवाल ने आरोप लगाया है कि मनुस्मृति जलाने के बाद उनको और उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं। लगातार मिल रही धमकियों के बीच उन्होंने कहा है कि अगर मुझे कुछ हुआ तो इसके लिए बजरंग दल और उसके जैसे संगठन जिम्मेदार होंगे।

मीना कोटवाल ने अपने ट्विटर हैंडल से रविवार को एक के बाद एक ट्वीट कर उन्हें मिल रही धमकियों की जानकारी साझा की। मीना ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अगर मुझे या मेरे परिवार को कुछ होता है तो इसके लिए बजरंग दल और इस जैसे तमाम संगठन जिम्मेवार होंगे। साथ ही उन्होंने लिखा कि खुद को बजरंग दल का बताने वाला अमन ककोडिया मुझे फोन करके कह रहा है कि मनुस्मृति जलाने वाला वीडियो डिलीट करो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इस ट्वीट में उन्होंने कॉल रिकॉर्डिंग भी साझा की है जिसमें उनकी और बजरंग दल से जुड़े होने वाले का दावा करने वाले शख्स की बातचीत है।

इसके अलावा एक और ट्वीट में मीना कोटवाल ने लिखा कि शख्स बदतमीजी कर रहा है और दबाव बना रहा है कि मनुस्मृति जलाने वाला वीडियो डिलीट करूं. जब मैंने डिलीट करने से मना किया और समझाने की कोशिश की कि मनुस्मृति में महिलाओं और दलितों को जानवर से बदतर बताया गया है तो यह व्यक्ति बदतमीजी पर उतर आया.

जिस मनुस्मृति को बाबासाहेब ने तकरीबन 100 साल पहले सार्वजनिक तौर पर जलाया उसे आज जलाने पर डराने की कोशिश की जा रही है!

हम मनुस्मृति आगे भी जलाएंगे क्योंकि इस एक किताब की वजह से हजारों साल महिला/दलितों/आदिवासियों/पिछड़ों का भीषण शोषण हुआ…

मीना कोटवाल को अनजान नंबर से मिल रही धमकियों को लेकर कई पत्रकारों और सामजिक कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में आवाज बुलंद की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पत्रकार अलीशान जाफरी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मीना कोटवाल के ऊपर किया जा रहा हमला बेहद ही निंदनीय है। इसे फ्रिंज कहकर नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सभ्य समाज में इन कट्टरपंथियों के लिए कोई जगह नहीं है। इन्हें सलाखों के पीछे होना चाहिए।

गौरतलब है कि बीते 25 दिसंबर को मीना कोटवाल ने मनुस्मृति जलाने का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। इसके बाद से ही मीना कोटवाल को सोशल मीडिया और फोन के जरिए धमकियां मिलने लगी थी।