नई दिल्ली। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के रूप में प्रदर्शनकारी किसान शनिवार को सुबह 11 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक केएमपी एक्सप्रेसवे (कुंडली-मानेसर-पलवल) पर नाकाबंदी करेंगे। इसी बीच हरियाणाा के झज्‍जर जिले के पास ढांसा बॉर्डर पर चल रहे धरने में शुक्रवार को किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे।

प्रदर्शनकारी किसानों को संबोधित करने पहुंचे राकेश टिकैत से एक छात्रा ने ऐसा प्रश्न पूछ लिया कि जिसके बाद हंगामा हो गया। इतना ही नहीं छात्रा के सवालों ने किसान नेता राकेश टिकैत की बोलती तक बंद कर दी। दरअसल छात्रा ने राकेश टिकैत से 26 जनवरी के दिन ट्रैक्‍टर परेड के दौरान दिल्‍ली में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछा लिया। इसके अलावा लड़की ने राकेश टिकैत से कृषि कानूनों से नुकसान के बारे में भी पूछा।

लड़की ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि दिल्‍ली में गणतंत्र दिवस के दिन जो हिंसा हुई उसके लिए कौन जिम्‍मेदार है। अगर प्रदर्शनकारी जिम्‍मेदार नहीं है, सरकार जिम्‍मेदार नहीं है तो कौन जिम्‍मेदार है। 26 जनवरी जैसी घटना में किसका हाथ था, हमें नहीं पता। लेकिन, हमारे समाज, हमारे मेल-मिलाप पर इसका क्या असर पड़ रहा है। यह देखा जाना चाहिए। मंच पर सवाल पूछने के दौरान हुए इस वाकया का वीडियो भी वायरल हो गया।

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लड़की ने आगे कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत ने ये तो बता दिया कि कृषि कानून से कितना नुकसान होगा। मगर ये कह रहे हैं कि जब तक सरकार मांगें नहीं मानती आंदोलन खत्‍म नहीं होगा। मैं पूछना चाहती हूं अगर किन्हीं परिस्थितियों में सरकार और किसानों के दोनों पक्ष में एक फीसद भी पीछे नहीं हटे तो फिर समाधान किस बात पर होगा। इसका जवाब सभी को चाहिए। धरने का समाधान मिलना चाहिए। ताकि, युवा और किसान किसी को भी परेशान ना हो।

बात पूरी होती इससे पहले ही वहां खड़े किसान नेताओं ने छात्रा से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए। छात्रा कहती रही कि हम टिकैत जी से जवाब चाहते है की धरने का समाधान कब तक होगा। हालांकि, जब यह छात्रा बोल रही थी तो उस दौरान भी बीच-बीच में कहा जा रहा था कि माइक ले लो। माइक को बंद कर दो। छात्रा को माइक किसने दिया।