लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ संवाद कार्यक्रम किया. इस दौरान मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सरकार से मांग की है कि रमज़ान को देखते हुए कोरोना नियंत्रण से जुड़े नियमों में कुछ ढ़ील दी जाए. पहली मांग तो ये की गई कि नाइट कर्फ्यू को एक घंटा आगे बढ़ाया जाए. दूसरी मांग ये की गई कि धार्मिक स्थलों में एक बार में पांच लोगों के ही प्रवेश करने के नियम में भी ढील दी जाए. सीएम योगी आदित्यनाथ ने धर्मगुरुओं से संवाद में कहा है कि आस्था का सम्मान होना चाहिए लेकिन आस्था मानव के लिए है, मानव आस्था के लिए नहीं है. मानव ही नहीं रहेगा तो कुछ नहीं बचेगा. आस्था को किनारे रख मानवता बचाना होगा, इसलिए धर्मस्थलों के लिए बने मानकों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सीएम योगी से कहा कि दो नियमों में थोड़ी रियायत दी जाए क्योंकि रमजान का महीना शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने आदेश जारी किया था कि खुली जगहों पर अधिकतम 100 लोग जबकि बंद जगहों जैसे हॉल में अधिकतम 50 लोग जमा हो सकते हैं. ऐसे में यही नियम इबादतगाहों के लिए भी लागू किया जाए.

बता दें कि सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ये आदेश जारी किया था कि धर्म स्थलों में एक बार में पांच लोग ही प्रवेश करेंगे. इसी नियम में ढ़िलाई की मांग फरंगी महली कर रहे थे. उन्होंने और एक दूसरे मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी मांग की है कि नाइट कर्फ्यू को थोड़ा आगे बढ़ाया जाये. फरंगी महली के ही साथ कल्बे जव्वाद ने भी कहा कि रमजान के महीने में रोज़ा खोलते-खोलते रोजेदारों को रात के 8 बज जाता है. नाइट कर्फ्यू 9 बजे से प्रभावी हो जाता है. ऐसे में दुकानें इससे आधे घंटे पहले ही बंद हो जाती हैं. इस वजह से रमज़ान की खरीददारी में बहुत समस्याएं आ रही हैं. ऐसे में रात 9 बजे की बजाय 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लगाया जाए.

मुस्लिम धर्मगुरुओं की दोनों मांगों पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा, “मौलाना साहब मैं आपका हृदय से धन्यवाद देता हूं. पिछली बार भी साल 2020 में जब हम लोगों ने संवाद बनाया था उस समय प्रदेश में आप सभी लोगों ने शासन के इस प्रोटोकॉल के हिसाब से ही प्रदेश की जनता से और अपने सभी अनुयायियों से इसके लिए अपील भी जारी की थी और इसके लिए निर्देश भी जारी किया था कि इस समय मानवता को बचाने की आवश्यकता है.”

उन्होंने आगे कहा, “प्रदेश सरकार ने वर्तमान में भी कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में ये निर्देश उसी क्रम में जारी किये हैं. आपने कुछ सुझाव दिये हैं सरकार इसका संज्ञान लेगी और जो भी इस संबंध में आवश्यक निर्णय होगा, उसके बारे में अवश्य आपको अवगत कराया जाएगा.”