ओवैसी अपने राजनीतिक विरासत की विस्तार के लिए अब दूसरे राज्यो में भी अपनी पार्टी AIMIM के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारना शुरू कर दिया है जिसके फलस्वरूप बिहार विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी 5 सीटें जितने में सफल रही। अब उनकी नजर उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव पर है जो 2022 में होने वाली है।

ओवैसी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के मधेनजर यूपी के छेत्रीय पार्टीयो के साथ गठबंधन भी शुरू कर दिया है। इसी से संबंधित न्यूज 18 इंडिया’ पर डिबेट के दौरान पैनलिस्ट शहजाद पूनावाला ने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी पर तंज कसते हुए कहा कि ओवैसी जिस भाईचारे की बात करते हैं, उसमें भाई वो हैं और चारा कोई और है। पैनलिस्ट कहने लगे कि ओवैसी अखलाक के मरने पर तो विरोध जाहिर करते हैं लेकिन जब मुस्लिम किसी दलित की लिंचिंग करते हैं तो चुप्पी साध लेते हैं।

भाजपा की पूर्व सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का कहना है कि गठबंधन को मजबूत बनाने के लिए ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ की 15 जुलाई को मुरादाबाद में रैली होगी। भागीदारी संकल्प मोर्चा छोटे दलों का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि इन दोनों रैलियों में मोर्चा के सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे। इन रैलियों में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद रहेंगे। मुरादाबाद के बाद मोर्चा की अगली रैली बाँदा में होगी। राजभर ने बताया कि इन रैलियों के बारे में असदुद्दीन ओवैसी से विचार विमर्श हो गया है।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने ओवैसी के साथ बहराइच में एक कार्यक्रम को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह ओवैसी के साथ उनकी पार्टी के कार्यालय के उद्घाटन के कार्यक्रम में शरीक हुए थे। ओवैसी सैयद सालार मसूद गाजी के मजार पर सजदा करने गए लेकिन वह उनके साथ मजार पर नहीं गए थे।

उन्होंने कहा ओवैसी जी की व्यक्तिगत आस्था है, वह कहीं भी आने जाने के लिए स्वतंत्र हैं। योगी सरकार के जनसंख्या नियंत्रण नीति बनाने के मसले पर उन्होंने कहा कि भाजपा को शिगूफा छोड़ने की आदत हो गई है।