राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों के अंक मंगलवार को आरपीएससी की ओर से जारी कर दिए गए। आरएएस परीक्षा के टॉप 20 अभ्यर्थियों में मुक्ता राव का नाम है, जिन्हें सबसे ज्यादा 526 अंक मिले हैं। इसके अलावा जयपुर की ही शिवाक्षी को 520 नंबर मिले हैं। हालांकि इस लिस्ट में टॉपर्स से ज्यादा चर्चा प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधू के भाई गौरव और बहन प्रभा के नंबरों को लेकर है। दोनों ने आरएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की है और दोनों को ही 80 फीसदी अंक हासिल हुए हैं। दरअसल इन अंकों को डोटासरा की पुत्रवधू प्रतिभा से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रतिभा को भी 2016 के इंटरव्यू में 80 फीसदी अंक ही हासिल हुए थे।

अब इसे लेकर ही सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि इससे पहले उनकी पुत्रवधू के भी 80 फीसदी ही अंक थे और अब उनके भाई और बहन के भी इतने ही अंक हैं। आखिर यह कैसा संयोग है। वहीं ऐसी चर्चाओं पर जवाब देते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 300 से ज्यादा लोगों के नंबर 75 से 80 फीसदी के बीच है। उन्होंने कहा कि मेरी पुत्रवधू प्रतिभा से तो हमारा रिश्ता ही परीक्षा के बाद हुआ था।

यही नहीं उन्होंने कहा कि बहू प्रतिभा के भाई गौरव का तो दिल्ली पुलिस में भी एएसआई के पद पर चयन हो चुका है। यदि बच्चे टैलेंटेड हैं तो फिर इसमें मेरा क्या दोष है? डोटासरा ने कहा, ‘राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयन पूरी तरह से टैलेंट के आधार पर हुआ है। इसमें कोई मंत्री शामिल नहीं था। नंबर मुद्दा नहीं होने चाहिए। यह सोशल मीडिया का प्रोपेगेंडा है। किसी को भी परिवार के रिश्तों के चलते नंबर नहीं मिले हैं।’

https://twitter.com/8PMnoCM/status/1417409891652702213?s=19

गोविंद सिंह डोटासरा ने रिजल्ट को पुत्रवधू प्रतिभा से जोड़े जाने को लेकर कहा, ‘मेरी पुत्रवधू प्रतिभा की आरएएस 2016 के रिजल्ट में नौवीं रैंक थी। उस समय तो बेटे का रिश्ता भी नहीं हुआ था। बेटे के इंटरव्यू में 85 फीसदी अंक आए जो संभव है। 80 फीसदी नंबर तो कई होनहारों के आए ही हैं। प्रतिभा की बड़ी बहन का नंबर इस बार आया है। वह बीते कई सालों से आरएएस की तैयारी कर रही थी। गौरव के भी 80 नंबर ही आए हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी का टॉप रह चुका है और अब तक कई नौकरियों में रहा है।’