Mumbai: महाराष्ट्र की सरकार आजकल अपने दमनकारी नीतियों के कारण सुर्खियों में बनी हुई है. हमेशा खबरों में आता है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखना एक युवक को भारी पड़ गया, क्योंकि सरकार से पहले शिवसेना के कार्यकर्ता फैसला औन द स्पोर्ट करने में एक्सपर्ट है. अभी हाल ही में इन्होंने नेवी के रिटायर्ड अफसर मदन शर्मा की पिटाई करी थी और भी एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे शिवसैनिकों ने एक आदमी को पहले पिटा फिर उसके सर के आधे बाल छिल दिये!

इनसब के अलावे सरकार भी कम कहर नही बरपा रही है, फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई तो उनका आफिस तोड़वा दिया. रिपब्लिक टीवी के पत्रकार सरकार के खिलाफ रिपोर्टिंग किये तो उन्हें पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और नेता खुलेआम लोगो को अपशब्द बोलते दिख रहे है.

ताजा घटनाक्रम के मुताबिक महारष्ट्र में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रसारण को बंद करने की कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी मे महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को 60 पन्नों का विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया है. जिसकी बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने निंदा की है.

बता दें, अर्नब के शो ‘पूछता है भारत’ में संबित ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. वही इस नोटिस पर पात्रा ने कहा है कि, ‘ये कोई मुगल राज नहीं चल रहा है. जो कोई विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेज दे. आप (महाराष्ट्र सरकार) पत्रकारों को जेल में डाल देते हैं. क्या आपने एक पन्ने की चिट्ठी मुंबई पुलिस को भेजी है?’

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ”आप नेवी अफसर की पिटाई कर देते हैं. एक एक्ट्रेस का घर तोड़ देते हैं, उन्हें गाली देते हैं. रिपोर्टर को जेल में डाल देते हैं, उनका कोई अधिकार नहीं है क्या? ये आवाज को दबाने की कोशिश है.”