जम्मू-कश्मीर में सोमवार को जो मामला सामने आया उसके बाद राजनीतिक दलों में भी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। दरअसल, जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद पर उसके पिता ने देशद्रोह और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। इसके लिए उन्होंने पुलिस महानिदेशक को एक पत्र लिखकर अपनी जान का खतरा होने की बात भी कही है। शेहला के पिता ने कहा कि उन्हें सुरक्षा दी जाए।

शेहला रशीद और उनके पिता के बीच आरोप प्रत्यारोप थमने का नाम नही ले रहा है। शेहला के पिता ABP न्यूज़ पर लाइव फ़ी और अपने द्वारा लगाये गए आरोपों पर कायम थे।इसके बाद शो में शेहला रशीद भी जुड़ीं और उनसे आरोपों को लेकर जवाब माँगा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उनके ऊपर कोई आरोप नहीं है बल्कि उनके अब्बा के ऊपर घरेलू हिंसा का आरोप है और उनके खिलाफ वारंट भी जारी हो चुका है।

शेहला ने आरोप लगाया कि परिवार के साथ हिंसा और गाली-गलौज के कारण अब्दुल रशीद शोरा को मोहल्ले वालों ने घर से निकाल दिया था। शेहला रशीद ने पत्रकार से कहा कि वो उनके अब्बा से पूछें कि वो अपनी बीवी को क्यों पीटते थे और घर से क्यों निकाल देते थे? शेहला रशीद ने अपने अब्बा को ‘लालची किस्म का इंसान’ करार देते हुए कहा कि आरोप कोई भी लगा सकता है, लेकिन सबूत ही नहीं हैं।

शेहला के आरोपों के बाद पिता अब्दुल रशीद शोरा ने शेहला से पूछा कि जब वो दिल्ली में पढ़ाई पूरी करने के लिए पहली बार जम्मू कश्मीर से बाहर गईं और जालंधर गईं, तो किसके साथ गई थी? शेहला रशीद ने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें कोई डिबेट नहीं करनी है और कोर्ट में मामला सुलझाया जाएगा। उन्होंने मुद्दों से ध्यान भटका कर कोर्ट की बातें करनी शुरू कर दी।

विकास भदौरिया ने शेहला को टोका कि अगर वो आरोपों और सवालों का जवाब नहीं देती हैं तो ये माना जाएगा कि वो सवालों से भाग रही हैं। शेहला बार-बार कहती रहीं कि वो कोर्ट में जवाब देंगी और उसके बाद फोन कॉल कट कर दिया।