राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है। इस संबंध में पीएम मोदी ने बीते दिन (23 अप्रैल) राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और समाधान को लेकर चर्चा की। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। अगर यहां ऑक्सीजन का प्लांट नहीं है तो क्या दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी? कृपया सुझाव दें कि जब दिल्ली के लिए एक ऑक्सीजन टैंकर को दूसरे राज्य में रोका जाता है तब केंद्र सरकार में मुझे किससे बात करनी चाहिए?

इन सबके बीच सोशल मीडिया पर लोग दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उन्हें उनका पिछले साल का वादा याद दिला रहे हैं।

दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल कोरोना संक्रमण के शुरुआती समय में जब दिल्ली में महामारी के प्रकोप की वजह से हालात खराब हो गए थे, तब उन्होंने लोगों से वादा किया था कि किसी को भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी।

अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल ऐलान किया था कि जिन-जिन अस्पतालों में कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है उसके हर बेड पर ऑक्सीजन का प्रबंध दिल्ली सरकार करेगी। सबसे बड़ी बात कि दिल्ली सरकार का यह ऐलान उस वक्त अखबारों में विस्तार से छपा भी था और 12 जून 2020 को आम आदमी पार्टी ( AAP ) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे शेयर भी किया गया था।

https://twitter.com/Bankwalah/status/1385578604881354752?s=19

दिल्ली तो दिल्ली केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने तब उत्तरप्रदेश में भी ऑक्सीजन की कमी के खिलाफ जंग छेड़ दी थी और यूपी में जनजन ऑक्सीजन के नाम से अभियान चलाने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही दिल्ली से पार्टी विधायक और AAP नेता दिलीप पांडे को इसका जिम्मा सौंपते हुए कहा गया कि यूपी सरकार से उम्मीद नहीं है। इसलिए दिल्ली का मॉडल यूपी के लोग अपने हाथ में लेंगे और इसके लिए दिलीप पांडे यूपी के गाँव-गाँव जाएँगे।

कोरोना की स्थिति के मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 5 जनवरी 2021 को पीएम केयर्स फंड से 201.58 करोड़ रुपए आवंटित किए। इस रकम से देश भर में 162 पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन जेनेरेशन प्लांट्स लगाने की घोषणा की गई थी।

सरकार ने अपने आदेश में महाराष्ट्र में 10 और दिल्ली में 8 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की अनुमति दी थी। अब जब केंद्र सरकार की ओर से बजट का आवंटन करने की बात के साथ ऑक्सीजन प्लांट लगाने की अनुमति दे दी गई थी, तो अब तक दिल्ली में ये प्लांट्स क्यों नहीं लग पाए? आज दिल्ली की स्थिति जब महामारी के कारण बदतर हो गई है। 24 घंटों में 24 हजार से ज्यादा मामले आ रहे हैं। अस्पताल के बाहर मरीज ऑक्सीजन के अभाव तड़प रहे हैं तब सोशल मीडिया पर सवाल हो रहा है कि जब 8 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की अनुमति मिली तो आखिर उन पर काम क्यों नहीं हुआ।