उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) का नाम बदलकर आर्यमगढ़ (Aryamgarh) किया जा सकता है। बता दें, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को इस बात का संकेत दिया है। आजमगढ़ में एक राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखते हुए सीएम योगी ने कहा कि ‘शिक्षण संस्थान सही मायने में जिले को आर्यमगढ़ में बदल देगा।’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिलान्यास समारोह से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की है। पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “विश्वविद्यालय जिसकी आधारशिला मैंने आज रखी, आजमगढ़ को आर्यमगढ़ में बदल देगा और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।” पोस्ट में सीएम योगी ने समारोह के दौरान दिए गए भाषण का एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उन्होंने नाम बदलने का संकेत दिया।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के राजनीतिक लाभ को बढ़ाने के लिए सीएम योगी ने आजमगढ़, सुल्तानपुर, मिर्जापुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद और मैनपुरी के अलावा फिर से नाम बदलने की होड़ शुरू कर दी है। इस बीच लिस्ट में नाम परिवर्तन के लिए गाजीपुर और बस्तीपुर का नाम बदलने का प्रस्ताव भी रखा गया है। इससे पहले सीएम योगी ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या कर दिया था।

2022 में अपने 2017 के प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद में भाजपा (BJP) ने धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) को अपना चुनाव प्रभारी और अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, शोभा करंदलाजे, अन्नपूर्णा देवी, सरोज पांडे और विवेक ठाकुर को सह-प्रभारी नियुक्त किया है। इस बीच संजय भाटिया, संजीव चौरसिया, वाई सत्य कुमार, सुधीर गुप्ता, अरविंद मेनन और सुनील ओझा पश्चिमी यूपी, ब्रज, अवध, कानपुर, गोरखपुर और काशी के संगठनात्मक प्रभारी हैं।

भाजपा ने चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने प्रभारी और सह-प्रभारी के तहत सोशल मीडिय पर ऑनलाइन अभियान शुरू किया है। अगले चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा चार नारों के तहत अपना अभियान चला रही है। 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का मुख्य नारा ‘सोच ईमानदार, काम दमदार, फिर एक बार भाजपा सरकार’ है।