पश्चिम बंगाल में जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने घटना के लिए बीजेपी की ही निंदा की। उन्होंने गुरुवार को कोलकाता में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “उनके पास कोई और काम नहीं है। कई बार गृह मंत्री यहां होते हैं, अन्य बार इसके चड्ढा, नड्डा, फड्डा, भड्डा यहां होते हैं। जब उनके पास कोई सुनने वाला नहीं होता है तो वे अपने कार्यकर्ताओं को नौटंकी करने के लिए कहते हैं।”

ममता बनर्जी के बयान के बाद ट्विटर पर कई लोगों ने कड़ा विरोध जताया है। लोगों ने कहा कि किसी दूसरे दल के नेता पर हमला हुआ होता तो देशभर में हंगामा हो चुका होता। दिलीप पंचोली नाम के यूजर ने कहा कि “हद है, इनके राज्य में लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं को मारा जा रहा है आज भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमला किया गया कुछ दिन पहले भाजपा युवा नेता पर हमला हुआ जिसमें एक कार्यकर्ता की जान चली गई और ये इस सब को नौटंकी बताते हुए नेताओं का सरनेम बिगाड़ते हुए भाषण बाजी कर रहीं हैं।”

ममता के इस वयान पर प्रतिक्रिया देते हुये रितेश कुंवर ने लिखा, “भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी व राष्ट्रीय महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय जी पर हमला ममता दीदी के सरकते जनाधार की कुंठा है। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इसकी कड़ी भर्त्सना करता हूं। भाजपा का हर कार्यकर्ता खड़ा है”

https://twitter.com/RiteshKunwar15/status/1337020489944817665?s=19

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पश्चिम बंगाल पहुंचने पर उनके काफिले पर गुरुवार को पथराव किया गया। वह यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए डायमंड हार्बर जा रहे थे और तब ही रास्ते में उनके काफिले पर हमला हो गया। जेपी नड्डा के काफिले में शामिल गाड़ियों पर रोड़े फेंके गए।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने ममता बनर्जी के इस वीडियो को शेयर करके कहा कि ममता बनर्जी इसके लिए माफी मांगे विडिओ डिलीट करे।

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1337050103241207811?s=19

राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने यह आरोप लगाया है। काफिले पर हमले के बाद जेपी नड्डा ने कहा, “आज मैं यहां आया हूं,रास्ते में मुझे जो दृश्य देखने को मिला, वो इस बात को बताता है कि ममता जी के राज में बंगाल अराजकता और असहिष्णुता का पर्यायवाची बन चुका है आज मैं यहां पहुंचा हूं तो मां दुर्गा के आशीर्वाद से पहुंचा हूं।

Source: Jansatta