यूपी सरकार बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को वापस यूपी लाने की तैयारी कर रही है. मुख्तार अंसारी फ़िलहाल पंजाब की रोपड़ जेल मे बंद हैं. और कई बार से यूपी से जुड़े आपराधिक मामलों में वीडियो काफ्रेसिंग के माध्यम से होने वाली पेशी में नहीं आ रहे हैं. इससे पहले भी यूपी सरकार ने मुख़्तार अंसारी को यूपी लाने की कोशिश की थी, लेकिन पंजाब सरकार ने मुख्तार को वहीं रोकने के लिये तीन महीने का वक्त और बढ़ा दिया था.

अब यूपी सरकार ने मुख्तार अंसारी को वापस उत्तर प्रदेश लाने के लिये सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इसके परिणामस्वरूप सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को निर्देश दिए हैं कि मुख्तार की पेशी के लिये पंजाब सरकार, यूपी सरकार का सहयोग करे.

अब सुप्रीम कोर्ट का नोटिस लेकर गाजीपुर पुलिस पंजाब रवाना हुई है, जिससे मुख्तार अंसारी की यूपी के आपराधिक मामलों मे पेशी की जा सके. आपको बता दे कि मुख्तार और उसके कई करीबियों पर यूपी सरकार लगातार शिकंजा कस रही है. इससे पहले नवंबर, 2020 में योगी सरकार ने यूपी के मऊ से बाहुबली विधायक मुख्‍तार अंसारी के होटल ‘गजल’ पर बुलडोजर चला दिया था. ये होटल मुख्तार की पत्नी और बेटे के नाम पर है. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी और अब्बास अंसारी पर भी कुछ महीने पहले धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी. 

एक तरफ योगी सरकार मुख्तार को यूपी लाने की कवायदें कर रही है तो दूसरी तरफ मुख्तार का परिवार आशंका जता चुका है कि यूपी की जेलों मे मुख्तार की जान पर खतरा है, इसलिए वो नहीं चाहते कि मुख्तार को यूपी की किसी भी जेल मे बंद किया जाए. मुन्ना बजरंगी की जेल मे हत्या के बाद से ही माफियाओं में जेल में ही हत्या किये जाने का डर बैठ गया है, इसलिये कई माफिया दूसरे प्रदेश की जेलों मे अपना तबादला करा चुके हैं.