Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक Nongfu और Wantai जैसी कंपनियों के मालिक चीन के झोंग शैनशैन 77.8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ एशिया के अमीरों की सूची में पहले नंबर पर हैं। मुकेश अंबानी 76.6 अरब डॉलर की वेल्थ के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं। इस सूची में तीसरे स्थान पर Pinduoduo के कोलिन हुआंग (Colin Huang) हैं। उनकी कुल संपत्ति 63.1 अरब डॉलर है। Tencent के पोनी मा (Pony Ma) 56 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ चौथे स्थान पर हैं। अलीबाबा (Alibaba) और ऐंट (Ant) जैसी कंपनियों के सर्वेसर्वा जैक मा 51.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ पांचवें नंबर पर खिसक गए हैं।

66 साल के झोंग को चीन के बाहर शायद ही कोई जानता है। उन्होंने अप्रैल में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी Beijing Wantai Biological Pharmacy Enterprise Co. को पब्लिक किया। और फिर कुछ महीने बाद बोतलबंद पानी बनाने वाली उनकी कंपनी Nongfu Spring Co. की हॉन्गकॉन्ग में जोरदार लिस्टिंग की। लिस्ट होने के बाद से कंपनी का शेयर 155 फीसदी चढ़ चुका है। इसी तरह Wantai का शेयर 2000 परसेंट से ज्यादा चढ़ चुका है। वह इतिहास में सबसे तेजी से दौलत कमाने वाले अमीरों की फेहरिस्त में हैं।

Nongfu के शेयरों में तब उछाल आई जब सिटीग्रुप इंक ने कहा कि कंपनी ने मार्केट में अपने दबदबे को बढ़ाया है और उसके पास पर्याप्त नकदी है। झोंग की दूसरी कंपनी Wantai कोविड-19 का वैक्सीन विकसित कर रही है। सरकारी जांच का दायरा बढ़ने से चीन की टेक कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई जिसका फायदा झोंग को मिला। जैक मा की संपत्ति अक्टूबर में 61.7 अरब डॉलर थी जो अब घटकर 51.2 अरब डॉलर रह गई है।

ऐसा नहीं है कि किस्मत झोंग पर ऐसे ही मेहरबान हो गई। उन्होंने कई क्षेत्रों में किस्मत आजमाई और फिर इस मुकाम पर पहुंचे। एशिया के सबसे अमीर शख्स बनने से पहले उन्होंने जर्नलिज्म, मशरूम की खेती से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में हाथ आजमाया और सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। झोंग राजनीति से बहुत दूर रहते हैं।

मुकेश अंबानी के लिए भी यह बेहतरीन साल रहा। उन्होंने अपनी कंपनी को टेक और ई-कॉमर्स कंपनी बनाने के लिए कई सौदे किए। इस साल उनकी संपत्ति 18.3 अरब डॉलर बढ़कर 76.9 अरब डॉलर पहुंच गई। एक समय अंबानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स बन गए थे लेकिन उसके बाद से कंपनी के शेयरों में एक तरह का ठहराव आ गया है। इस वजह से अंबानी दुनिया के टॉप टेन अमीरों की सूची से बाहर हो गए और अब एशिया की बादशाहत भी उनसे छिन गई।

Source: Navbharat Times