पौड़ी गढ़वाल: कहते हैं वक्त के साथ हर जख्म भर जाता है, दर्द कम हो जाता है, लेकिन कुछ जख्म गुजरते वक्त के साथ भी नहीं भरा करते। 8 दिसंबर 2021 को देश को ऐसी ही क्षति उठानी पड़ी थी, जब देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत एक हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हो गए थे। आज उस हादसे को तीन साल हो गये।

जनरल रावत को जनवरी 2020 में देश का पहला सीडीएस नियुक्त किया गया था। उससे पहले 17 दिसंबर 2016 को भारत सरकार ने उन्हें 27वें थल सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था। वो मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सैंणा गांव के रहने वाले थे। पूर्व सीडीएस बिपिन रावत ने अपने सैन्य काल में देश की रक्षा के लिए कई बड़े निर्णय लिए। उनके पिता एलएस रावत भी सेना में बड़े अधिकारी थे। वे भारतीय सेना के डिप्टी चीफ के पद से रिटायर हुए थे।

IMA देहरादून के स्वॉर्ड ऑफ ऑनर
साल 1978 में बिपिन रावत आईएमए से पास आउट हुए। जिसके बाद उन्हें 11वीं गोरखा राइफल्स की 5वीं बटालियन में कमीशन मिला। बिपिन रावत भारतीय सैन्य एकेडमी के बेस्ट कैडेट थे। उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर भी मिला था। बिपिन रावत ने कई लेख लिखे हैं, जो दुनियाभर में मशहूर हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा पर लिखे उनके लेख दुनियाभर के कई जर्नल्स में प्रकाशित किए जा चुके हैं। वो दक्षिणी कमान के कमांडर और सह सेनाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके थे।

उरी आतंकी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक
उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने तत्कालीन जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान में स्थित आतंकी शिविरों को ध्वस्त करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। साल 2015 में मणिपुर में आतंकी हमले में 18 सैनिकों की शहादत के बाद 21 पैरा के कमांडो ने सीमा पार जाकर म्यांमार में आतंकी संगठन एनएससीएन के कई आतंकियों को ढेर कर दिया था। तब 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के अधीन थी, जिसके कमांडर बिपिन रावत ही थे।

CDS ‘पद्म विभूषण’ जनरल बिपिन रावत को सेल्यूट
जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन ऑल आउट चलाया गया। आर्टिकल 370 के बाद जम्मू कश्मीर के हालात को काबू करने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई। अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल और सेना मेडल आदि जैसे कई सम्मान के साथ ही मरणोपरांत उन्हें पद्म विभूषण सम्मान दिया गया। भारतीय सेना के आधुनिकीकरण एवं सशक्तिकरण के लिए जनरल बिपिन रावत के द्वारा किए गए प्रयास अविस्मरणीय रहेंगे। मां भारती के वीर सपूत, देश के प्रथम CDS ‘पद्म विभूषण’ जनरल बिपिन रावत की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि !