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सरकार के खिलाफ नहीं बोल सकते तो नहीं करनी नौकरी और ABP रिपोर्टर ने किसान मंच से दे दिया इस्तीफा

कृषि कानूनों पर किसानों का साथ देने के लिए एबीपी न्यूज के एक पत्रकार ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया। रक्षित सिंह नाम के रिपोर्टर ने रिजाइन करने के साथ ही अपने चैनल- एबीपी न्यूज पर कई आरोप भी लगाए। दरअसल, रक्षित मेरठ में रालोद की महापंचायत को कवर करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने किसान रैली के स्टेज पर चढ़कर अपने इस्तीफे का ऐलान किया। रक्षित ने आरोप लगाया कि उन्हें सच दिखाने की इजाजत नहीं मिल रही थी।

एबीपी न्यूज के लिए आठ सालों से काम कर रहे रक्षित ने मंच से बताया कि उनका सालाना वेतन करीब 12 लाख रुपए है। पिता का देहांत हो चुका है, परिवार में सिर्फ वे ही कमाने वाले एक सदस्य हैं। सबकी जिम्मेदारी है, लेकिन इतनी जिम्मेदारियां सिर पर होने के बावजूद उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला काफी दिनों तक सोचने के बाद किया। उन्होंने कहा कि वे सच दिखाने का काम करना चाहते थे, लेकिन उन्हें यह करने नहीं दिया जा रहा था।

चैनल पर लगाए कई आरोप:
बता दें कि रक्षित एबीपी न्यूज में बैंकिंग और फाइनेंस की रिपोर्टिंग कर रहे थे। उन्होंने ‘द संडे एक्सप्रेस’ को बताया कि वे चैनल के लिए किसान रैली कवर करने गए थे। यहां रालोद की कृषि कानूनों के खिलाफ रैली चल रही थी। इसमें पार्टी के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी बोले थे। रक्षित ने कहा, “पिछले तीन महीने से काफी कुछ घट रहा था। एक पत्रकार के तौर पर अगर आपकी खबरें थोड़ी भी सरकार की आलोचना में होती हैं और इन्हें नहीं दिखाया जाता, तो कुछ तो महसूस होगा ही।”

अपने इस्तीफे के बाद रक्षित ने ट्विटर हैंडल पर तीन वीडियो भी पोस्ट किए। इसमें उन्होंने कहा कि ऐसा समय आ गया है जब कई मीडिया संस्थानों के पत्रकारों को अपनी आईडी त्यागकर रिपोर्टिंग करनी होगी। मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता था। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।

एबीपी न्यूज ने दी सफाई:
इस पूरे मामले पर एबीपी न्यूज ने सफाई जारी की है। चैनल के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम एबीपी नेटवर्क में नैतिक पत्रकारिता के उच्चतम स्तर पर विश्वास करते हैं और ऐसी कठोर नीतियां हैं जिनके कारण हमारे संवाददाता निष्पक्षता, स्वतंत्रता, पत्रकारिता नैतिकता और संपादकीय सिद्धांत का पालन करते है। तथ्य आधारित रिपोर्टिंग हमेशा हमारी संपादकीय नीति के लिए केंद्रीय रही है। हम यह देखकर हैरान और दुखी हैं कि हमारे एक पत्रकार ने निजी उद्देश्यों से हमारे ब्रांड का दुरुपयोग किया है और नेटवर्क के संबंध में गलत टिप्पणी की है।