बंगाल में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव के दिन करीब आ रहे है वैसे वैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। TMC और बीजेपी दोनों पार्टियों के दिग्गज चुनाव प्रचार में कोई कसर बाकी नही छोड़ना चाहते। अगर BJP की बात करे तो इस पार्टी ने पिछले कुछ सालों में अगर किसी राज्य पर सबसे ज्यादा फोकस किया है तो वो है पश्चिम बंगाल। साल 2011 से बंगाल ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस सत्तारूढ़ है। 10 साल पहले ममता ने लेफ्ट पार्टियों के शासन को उखाड़ फेंका था। लेकिन अब हालात बदल रहे है क्योंकि बीजेपी ने जिस तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट के वोट शेयर में सेंध लगाई थी, उससे पार्टी का उत्साह काफी बढ़ा है और TMC की चिंता बढ़ाई है। हालिया सर्वे भी बंगाल में बीजेपी को मजबूत दिखा रहे है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले आए एबीपी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल में बीजेपी और टीएमसी के बीच कांटे की टक्कर का अनुमान है। ओपिनियन पोल के मुताबिक ममता बनर्जी की अगुआई वाली टीएमसी को 136 से 146 सीटें मिल सकती हैं। वहीं बीजेपी को 130 से 140 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। राज्य में बहुमत का जादुई आंकड़ा 148 है।
वहीं कुछ दिन पहले कराए गए एबीपी न्यूज और सीएनएक्स की ओर से किए ओपिनियन पोल में ममता बनर्जी की सरकार आराम से बनती दिख रही थी। सर्वे में टीएमसी को 154 से 164 सीटों पर बढ़त दिखाई गई है। वहीं बीजेपी को 102 से 112 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था। कुछ ही दिनों बाद ओपिनियन पोल में काफी तेजी से आगे बढ़ते हुए दिख रही है।
गौरतलब हो, बीजेपी ने बंगाल में पूरा जोर लगाया है और अमित शाह कमान संभाले हुए हैं। पार्टी की ओर से 200 से अधिक सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है। टीएमसी और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला है और दोनों दलों के पास समय भी है। इस समय का फायदा कौन उठाया इसका पता 2 मई को ही पता चलेगा।
पहले चरण की वोटिंग से पहले आये इस सर्वे स्व बीजेपी नेताओं की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। ओपिनियन पोल में अब तक पिछड़ रही बीजेपी अब टीएमसी के बराबर पहुंचती दिख रही है। ऐसा तब है जब पहले चरण की वोटिंग भी नहीं हुई है। बंगाल में आठ चरणों में चुनाव है और बीजेपी की सीटें ओपिनियन पोल में बढ़ती दिख रही हैं।