उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर किसान आंदोलन में शामिल किसान नेताओं ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को किसान आंदोलन के 8 महीने पूरे हो गए जिसके अवसर पर राकेश टिकैत सहित सभी किसान नेताओं ने मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत कर दी है। राकेश टिकैत ने इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं हुए तो जिस तरह से दिल्ली के रास्ते सील हुए उसी तरह से लखनऊ के चारों तरफ़ के रास्ते सील किए जाएंगे।
राकेश टिकैत सोमवार को लखनऊ में थे जहां उन्होंने कहा, ‘जब तक भारत सरकार ये कानून वापस नहीं लेती, हमारा आंदोलन खत्म नहीं होगा। किसान दिल्ली के चारों तरफ है, हटेगा नहीं। हम यहां की सरकार को भी बता देना चाहते हैं कि सरकार सही तरीके से काम करे। नहीं काम होगा तो आंदोलन बन रहा है लखनऊ को भी दिल्ली बनाया जाएगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘लखनऊ के भी चारों तरफ के रास्ते जैसे दिल्ली में सील हैं..ऐसे ही सील होंगे।’ राकेश टिकैत के इस बयान पर यूजर्स की भी ढेरों प्रतिक्रिया मिल रही है। लोग कह रहे हैं कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है और वो अपने फायदे के लिए आंखे बंद किये हुए है लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ हैं, इस बात का ध्यान रखना।
सुदीप यादव ने कहा, “एक बात बताऊँ ताऊ..उत्तर प्रदेश पुलिस दिल्ली पुलिस ना है, यहाँ उपद्रव करने वालों के तुरंत बक्कल उतार दिए जातें है..और हां जो करना है सड़क से हटकर करना, मुझे कहीं आने जाने मे दिक्कत हुई, तो… आगे जिम्मेदारी थारी”।
सुनील सिंह चौहान ने लिखा, “थोड़ा बच के यहाँ रहना वरना नहीं तुम्हे तो अच्छे से पता होगा कि यहाँ बखिया कैसे उधेड़ी जाती है। कही लखनऊ में राजनीतिक रोटी सेंकने के चक्कर में कुछ और ही तुम्हारा सेंक जाए बाकी तो समझदार हो।”
तारकेश्वर प्रसाद ने लिखा, “तमको यह तो मालूम है ही कि,शेर से लड़कर कोई जीत नही पाता है तो, फिर शेर से लड़ने ही क्यों जाते हो? रह गई बात शेर के शिकार करने की, तो वह तुम्हारे औकात की बात नहीं है। अच्छा रहेगा कि तुम शांति पाने के लिए कुछ दिन आराम से घर पर रहो।।जय जय श्री राम।। हर हर महादेव।। बम बम भोलेनाथ।।”