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तेजस्वी यादव के साथ आने की बात पर बोले चिराग पासवान- लालू जी का धन्यवाद लेकिन अभी तो…

तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के राजनीति में साथ होने की बातों पर अब बड़ी चर्चा शुरू हो गई है. एक तरफ लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार दोपहर में शरद यादव से मुलाकात के बाद कहा कि वे खुश होंगे यदि तेजस्वी और चिराग साथ आएं. वहीं अब चिराग पासवान ने भी इस संबंध में अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा कि लालू जी और मेरे पिता राम विलास जी ने मिल कर काम किया है. वे मेरे अभिभावक हैं और वे मुझे नेता मानते हैं तो इससे गर्व की बात और क्या होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि वे यदि मुझे प्रोत्साहित करते हैं तो मैं उनका धन्यवाद देता हूं. हालांकि तेजस्वी के साथ आने की बात पर चिराग सवाल टालते दिखे और उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मैं इस बात के लिए उनका धन्यवाद देता हूं लेकिन मेरा पूरा ध्यान अभी आर्शिवाद यात्रा पर है.

चिराग पासवान ने कहा कि मेरे पिता राम विलास पासवान और लालू प्रसाद यादव का पुराना संबंध है. उन्होंने साथ मिल कर काफी काम किया है. मैं उन्हें अपने पिता, अभिभावक जैसा ही मानता हूं. यदि वे मेरे को नेता मानते हैं तो ये मेरे लिए गर्व की बात है. उन्होंने इतना सोचा इसके लिए मैं उनका दिल से अभारी हूं और धन्यवाद देता हूं. गौरतलब है कि एनजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचा था, जिसके बाद चिराग ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये कहा.

लालू ने कहा था
चिराग पासवान और तेजस्वी यादव के राजनीतिक तौर पर साथ आने की बात पर लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि एलजेपी में जो भी हो रहा हो लेकिन हमारे लिए तो उस पार्टी के लीडर चिराग पासवान ही हैं. हम चाहते हैं कि तेजस्वी और चिराग साथ हों. इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव ने बातों बातों में इस बात का इशारा कर दिया था कि चिराग और तेजस्वी का राजनीतिक एलायंस जल्द ही होने जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि तीसरे मोर्चे की तैयारी एक अच्छा कदम साबित होगी और हम इसका स्वागत करते हैं.

राज्यपाल से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्‍था चरमरा गई है और अपराध चरम सीमा पर है. हर दिन हत्या, डकैती और अपहरण हो रहे हैं. अनुसुचित जाति के लोगों को टार्गेट किया जा रहा है. चिराग ने कहा कि मैंने नीतीश कुमार को देखा है कि वे कैसे जाति के आधार पर राजनीति करते हैं, अनुसुचित जाति जनजाति के लोगों को टार्गेट कर उनकी हत्या की जा रही है. अब नीतीश कुमार में लोगों ने विश्वास खो‌ दिया है. उन्होंने बताया कि गिरती कानून व्यवस्‍था को लेकर ही हमने राज्यपाल से मुलाकात की.