कृषि आंदोलन को लेकर एबीपी न्यूज़ चैनल के शो ‘हुंकार’ में किसान नेता धर्मेंद्र मलिक ने डिबेट के दौरान महिलाओं को लेकर टिप्पणी की तो एंकर रुबिका लियाकत ने उन्हें टोका। जिसके बाद किसान नेता डिबेट छोड़ कर चले गए। उनके जाने को लेकर एंकर ने कहा कि अगर वह डिबेट छोड़कर ना जाते तो मैं खुद उनको इस शो से बाहर कर देती।

तीनों कानून वापस ले लिए गए हैं फिर भी आप लोग किसान आंदोलन जारी रखे हुए हैं? इस सवाल पर किसान नेता ने कहा, ” इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मीडिया का धन्यवाद है, लेकिन अभी बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हमें सरकार से बातचीत करनी है। कृषि कानून न लाया गया होता तो इतनी किसानों की मृत्यु ना होती। सरकार का केवल एक तरफा फैसला है, एमएसपी पर भी बात नहीं बनी है।”

क्या आप सरकार से बातचीत करना चाहते है? इसके जवाब में किसान नेता ने कहा कि जिस तरह से 11 बार कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हमसे बात की है उसी तरह से एक बार और बात कर लें। किसान नेता इस बात पर डिबेट में मौजूद
राजनीतिक विश्लेषक शिवम त्यागी ने कहा कि जब कृषि मंत्री आपसे बात करते थे तो आपके द्वारा कहा जाता था कि उनके हाथ में कुछ भी नहीं है। अब उनसे बातचीत करने की बात क्यों कर रहे हैं?

इस दौरान शिवम त्यागी और किसान नेता के बीच तीखी बहस होने लगी। जिसमें किसान नेता ने महिलाओं को लेकर एक टिप्पणी की। जिसके बाद एंकर ने उनकी आप बात पर आपत्ति लेते हुए कहा कि आप इस तरह की भाषा का इस्तेमाल यहां नहीं कर सकते हैं। इस पर किसान नेता ने कहा कि मुझे भी आपकी बहुत सारे बातों से आपत्ति है।

एंकर ने कहा कि आपके यहां पर खाप पंचायत नहीं चल रही है जो किसी भी तरह की बातें कहने लगेंगे। किसान नेता ने एंकर को बुरा भला कहते हुए माइक निकाल कर फेंक दिया। इसके बाद एंकर ने कहा कि बदतमीजी बिल्कुल भी नहीं चलेगी। आप अपनी हैसियत में रहिए। महिलाओं के बारे में आप शब्द बोल कर आपको लगता है कि आप इस आंदोलन के हीरो बन जाएंगे।

शो में तीखी बहस देखने को मिली रुबिका लियाकत किसान नेता को जमकर लताड़ा और कहा कि आपकी बातों से किसी को भी आपत्ति होगी। मैं उस पर 10 हजार बार आपत्ति जताऊंगी। औरतों की इज्जत करनी आती नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिनों नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया कि उनकी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले रही है। सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों के वापसी के बाद भी किसान आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है।