दिनांक 19-09-24 को वादी श्री जोत सिंह पुत्र चंद्र सिंह निवासी अटक फॉर्म सेलाकुई देहरादून द्वारा थाना सेलाकुई पर अज्ञात चोरों द्वारा उनके तथा उनके भाई के घर का ताला तोडकर नगदी, ज्वैलरी तथा अन्य सामान चोरी करने तथा घर के अन्दर तोडफोड करने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया गया। जिस पर तत्काल थाना सेलाकुई पर मु0अ0सं0-131/2024 धारा 305 (ए)/324 भा0न्या0सं0 का अभियोग पंजीकृत किया गया।
घटना के अनावरण तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दिये गये निर्देशों पर थाना सेलाकुई पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटना स्थल व आस-पास के आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करते हुए घटना में शामिल अभियुक्तों के हुलिये के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई, साथ ही सुरागरसी पतारसी करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन से पुलिस टीम को घटना स्थल के पास 03 संदिग्ध घूमते हुए दिखाई दिये, जिनके हुलिये से मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गई तथा दिनांक: 22-09-24 को मुखबिर की सूचना पर फायर सर्विस के पास सारना नदी सेलाकुई से घटना में शामिल 03 अभियुक्तो मन्नू पुत्र धर्मऋषि, शिवम कुमार उर्फ शिब्बू तथा अमरजीत पुत्र शीशराम को चोरी की गयी ज्वैलरी व अन्य सामान के साथ गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वे तीनों नशे के आदी हैं तथा नशे की पूर्ति के लिये उनके द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था। अभियुक्त मन्नू पूर्व में भी चोरी व अन्य अपराधों में मुजफ्फरनगर से जेल जा चुका है। अभियुक्त कुछ समय पूर्व ही अपने साथियों के पास देहरादून आया तथा सेलाकुई क्षेत्र में अपने साथियों के साथ मजदूरी का काम कर रहा था। अभियुक्तों
द्वारा काम ढूंढने के बहाने बंद घरों की रैकी कर घटनाओ को अंजाम दिया जाता है। टीमो अभियुक्तों द्वारा अटक फार्म में भी रैकी करने के उपरान्त घटना को अजांम दिया गया था तथा घटना में प्राप्त ज्वैलरी व अन्य सामान को बेचकर अभियुक्त देहरादून से फरार होने की फिराक में थे, पर इससे पूर्व ही पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।