समाजवादी पार्टी ने रेप के दोषी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी को भी टिकट दिया है. रेप का दोष सिद्ध होने पर गायत्री प्रजापति जेल में हैं और उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. सपा द्वारा प्रजापति की पत्नी को प्रत्याशी घोषित करने को लेकर सवाल उठने लगे हैं.

गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति को सपा ने अमेठी विधान सभा सीट से मौका दिया है. सपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में महाराजी प्रजापति के नाम की घोषणा की. बता दें कि गायत्री प्रजापति सपा सरकार में खनन मंत्री थे. महाराजी प्रजापति का नाम सामने आने पर सपा को आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है. इसपर अखिलेश यादव ने सफाई दी है. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि गायत्री प्रजापति की पत्नी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं है, केस उनके पति के खिलाफ है.

गायत्री प्रजापति के साथ लगे एक पोस्टर को ट्वीट करते हुए दूरदर्शन पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने लिखा, “अखिलेश यादव ने अमेठी से सामूहिक बलात्कार के मामले में जेल में बंद गायत्री प्रजापति की पत्नी को उम्मीदवार बनाया और अब पत्नी बलात्कार के आरोपी को “न्याय” दिलाने के लिए वोट मांग रही हैंl पोस्टर में अखिलेश-मुलायम की फोटो है,तो ये भी लिख देते- लड़के हैं,लड़कों से गलती हो जाती है”

इन आरोपों पर अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान के खिलाफ अधिकतर केस बीजेपी शासन में दर्ज किए गए. नाहिद हसन के खिलाफ भी अधिकतर केस बीजेपी शासन में दर्ज हुए हैं. नाहिद हसन वेस्ट यूपी की कैराना विधान सभा सीट से सपा के प्रत्याशी हैं. वहीं, आजम खान रामपुर विधान सभा सीट से चुनावी मैदान में हैं.