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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया आदि गुरु श्री शंकराचार्य जी की समाधि लोकार्पण व प्रतिमा अनावरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज श्री केदारनाथ धाम में बाबा केदार के दर्शन कर आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण किया। इसके अलावा प्राधानमंत्री मोदी ने धाम में अनेकों कामों का लोकार्पण भी किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने धाम में भगवान केदारनाथ की विशेष पूजा अर्चना की। केदारनाथ के पुजारी बागेश लिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूजा संपन्न करवाई। अब तक के पीएम के पांच दौरों मे पुजारी बागेश लिंग ने तीन बार पूजा करवाई है।

केदरनाथ धाम में प्रधानमंत्री मोदी ने अपना संबोधन भी दिया उन्होंने कहा कि – “हमारा देश तो इतना विशाल है, इतनी महान ऋषि परंपरा है। एक से बढ़कर एक तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना को जगाते रहते हैं।” उन्होंने कहा, “आज आप श्री आदि शंकराचार्य जी की समाधि की पुन स्थापना के साक्षी बन रहे हैं। यह भारत की आध्यात्मिक समृद्धि और व्यापकता का अलौकिक दृश्य है।


प्रधानमंत्री ने कहा कि आदि शंकराचार्य जी ने पवित्र मठों की स्थापना की, चार धामों की स्थापना की, द्वादश ज्योतिर्लिंगों के पुनर्जागरण का काम किया। आदि शंकराचार्य ने सबकुछ त्यागकर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए एक सशक्त परंपरा खड़ी की है। कई साल पहले केदारनाथ धाम में त्रासदी आई थी। मैंने अपनी आंखों से उस तबाही को देखा था।

लोग सोचते थे कि हमारा केदारनाथ धाम फिर से उठ खड़ा होगा क्या? लेकिन मेरे अंदर की आवाज कह रही थी कि केदारनाथ धाम पहले से अधिक आन, बान और शान के साथ खड़ा होगा।” उन्होंने कहा, “पिछले 100 सालों में जितने यात्री यहां आए हैं, अगले 10 साल में उससे कई ज़्यादा लोग यहां आने वाले हैं। मेरे शब्द लिखकर रखिए 21वीं शताब्दी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने कोरोना संक्रमण में साहस का परिचय दिया। कोरोना टीकाकरण की पहली डोज में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। ये उत्तराखंड की ताकत है, सामर्थ्य है। पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी अब उसी के काम आएगी, पलायन रुकेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री धामी को धन्यवाद कहा। कहा कि जितनी ऊंचाई पर उत्तराखंड है वह उतनी ही ऊंचाई हासिल करेगा। इसके बाद उन्होंने बाबा केदारनाथ और आदि शंकराचार्य को नमन कर ‘जय केदार’ के जयकारों के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।