आप सोच रहे होंगे की हम ऐसा क्यों कह रहा हूँ… ऐसा कहने के पीछे कई कारन है जिसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएँगे!
कारन नंबर 1 – बॉलीवुड में अभीतक जितने भी हाई प्रोफाइल सुसाइड या तथाकथित मर्डर केस सामने आये आजतक उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला! आपके सामने दिव्या भारती और जिया खान का केस उदाहरण के तौर पर मौजूद है!
कारन नंबर 2 – सुशांत सिंह का पोस्टमार्टम रिपोर्ट – आपको क्या लगता है जिस केस में इतने हाई प्रोफाइल लोग इन्वॉल्व है वो इस रिपोर्ट की डील नहीं किये होंगे! क्युकी उस वक़्त केस की पड़ताल मुंबई पुलिस कर रही थी और किसी भी आत्म हत्या या हत्या के केस में पहली कड़ी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही होता है!
कारन नंबर 3 – सुशांत सिंह के केस की जांच पहले मुंबई पुलिस कर रही थी और मुंबई पुलिस का सुस्त रैवैया किसी से छुपा नहीं है! आप अंदाजा लगा सकते है की उन्होंने कितनी बारीकी से सबूत इक्कठे किये होंगे और इस केस को लेकर CBI के साथ उनका रिश्ता बहुत अच्छा नहीं रहा है तो केस को मजबूत बनाने के लिए सीबीआई को सबूतों की कमी हमेशा रहेगी और कानून तो सबूत के मद्देनजर फैसला सुनाता है!
कारन नंबर 4 – सुशांत सिंह का केस अब एक अलग ही दिशा में रुख करता हुआ दिखाई दे रहा है! “ड्रग्स” रैकेट की तरफ, और भारत में ड्रग्स माफिया कितने पावरफुल है ये आप सबको अंदाजा नहीं होगा वो इस केश को किसी अंजाम तक पहुंचने से रोकने की पूरी कोशिश करेंगे!
कारन नंबर 5 – भारतीय मीडिया की TRP वाली भूख, सुशांत सिंह केस में मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती का नेशनल मीडिया पर आकर इंटरव्यू देना, जो पूरी तरह से स्क्रिप्टेड लग रहा था! उस इंटरव्यू में पत्रकार ने रिया से वैसे ही सवाल पूछे जिसमे वो रिया को लाचार, माशूम और बेशहाय दिखा सके और रिया ने भी अपना किरदार बखूबी निभाया! मीडिया चाहे तो जीरो को हीरो और हीरो को जीरो बनाने का दमखम रखती है! इसलिए TRP के चाकर में सब उल्टा न हो जाये!
खैर ये हमारे Logical Bharat टीम के खुद के आकलन थे! हम तो भगवान् से यही प्रार्थना कर रहे है की दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, धन्यवाद, फिर मिलते है एक नै टॉपिक के साथ!