देहरादून। उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री बदले जाने को लेकर विपक्ष मुखर है, जबकि भाजपा इसे अपना रणनीतिक फैसला बता रही है। इसी बीच पौड़ी पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ‘धाकड़ बल्लेबाज’ कह कर ये साफ कर दिया कि ‘इलेक्शन स्ट्रैटजी’ के तहत ही उन्हें चुनाव से ऐनपूर्व मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा गया है ताकि आखिर के ओवरों में आतिशी बल्लेबाजी कर वह भाजपा को मैच जीता सकें।

राजनाथ सिंह देश के उन चुनिंदा राजनेताओं में शामिल हैं, जिनकी व्यापक स्वीकार्यता है। भाजपा ही नहीं अन्य सियासी दल भी उन्हें पूरा सम्मान देते हैं। उनकी कही बातों को हर कोई गंभीरता से लेता है। राजनाथ सिंह ने जनसभा में कहा कि ‘क्रिकेट की भाषा में अगर कहूं तो 20–20 के मैच में धमीजी को आखिरी ओवर में उतारा गया है। धामीजी काफी धाकड़ बल्लेबाज हैं। उन पर उत्तराखण्ड के लोगों की बहुत सारी उम्मीदें टिकी हुई हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वे उन इन उम्मीदों पर खेरे उतरेंगे’।

राजनाथ ने धामी को ‘धाकड़ बल्लेबाज’ यूं ही नहीं कहा, उनकी बात से अब इसमें कोई संशय नहीं बचा कि आगामी विधानसभा चुनाव में धामी ही भाजपा का चेहरा होंगे। हालांकि पार्टी हाईकमान की ओर से धामी पर जताए गए इस विश्वाश के बाद धामी के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनका सामना उन्हें एकसाथ करना है। बतौर मुख्यमंत्री धामी को कम समय में ज्यादा काम करना है। सरकार में जनता के विश्वास को भी उन्हें और बढ़ाना है। संगठन में भी उत्साह और ऊर्जा का संचार करना है। यही उम्मीद राजनाथ सिंह ने भी युवा मुख्यमंत्री धामी से जताई है। बड़ी बात यह है कि राजनाथ जैसे सर्वमान्य नेता ने धामी की हौसलाफजई उस वक्त की जब उन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।

इसमें भी कोई दोराय नहीं कि अब तक के अपने कार्यकाल (लगभग 3 माह) में धामी ने आतिशी पारी खेली है। इस छोटी सी अवधि में धामी अपने फैसलों, कार्यप्रणाली और इच्छाशक्ति से ‘धमक’ और ‘हनक’ दोनों दिखा चुके हैं।