किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले के तातरपुर चौराहे पर हमला हुआ था। कुछ लोगों ने स्वागत के बहाने उनकी गाड़ी रुकवाई और फिर हमला कर दिया। उनके ऊपर स्याही भी फेंकी गई थी। साथ ही उनकी कार के शीशे भी फोड़ दिए थे। इस हमले के बाद राकेश टिकैत ने ट्वीट कर इसके लिए भाजपा पर आरोप लगाया था। टिकैत का आरोप था कि भाजपा के गुंडों ने उनके ऊपर हमला किया है।
एफआईआर के मुताबिक, राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार शाम 33 लोगों ने हमला किया था। इस मामले में अब तक 16 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एफआईआर के मुताबिक, स्वागत करने के बहाने पहले टिकैत की गाड़ी रुकवाई गई, उसके बाद लाठी से कार का शीशा तोड़ दिया। इसके अलावा टिकैत पर काली स्याही भी फेंकी गई। इस हमले में राकेश टिकैत और राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर के ससुर राजाराम मील के सुरक्षाकर्मी से हथियार भी छिनने की कोशिश की गई।
राकेश टिकैत ने ट्विटर पर हमले का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था, “राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहा, बानसूर रोड पर बीजेपी के गुंडों द्वारा जानलेवा हमला किया गया, लोकतंत्र के हत्या की तस्वीरें।” आपको बता दे टिकैत ने ‘हमले’ वाला ट्वीट डिलीट कर दिया है। यह साफ नही है कि उन्होंने ट्वीट क्यों डिलीट किया। लेकिन, राजस्थान में हुई घटना को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाने को लेकर सोशल मेफ़िया यूजर्स ने उनको जमकर निशाने पर लिया था और खरीखोटी सुनाई थी।
राकेश टिकैत का वो ट्वीट
उनके उस डिलीट किये हुए ट्वीट के साथ PMO India Report Card फेसबुक पेज ने वोस्ट पोस्ट कर मामले पर खुलासा किया है कि उन्होंने खुद से अपनी गाड़ी के शिशे तोड़वाया।
राकेश टिकैत के आरोप पर भाजपा बोली- पुलिस की मौजूदगी में हमला, जांच का विषय वहीं, इस पूरे मामले में अब राजनीति भी तेज हो गई है। एक तरफ किसान नेता राकेश टिकैत ने इस पूरे हमले के लिए भाजपा पर आरोप लगाया है। उन्होंने इस हमले को सुनियोजित भी बताया है। दूसरी तरफ भाजपा ने भी इस हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा का कहना है कि इस हमले से उनकी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा ने पुलिस पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि ये पूरी घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई थी। आखिर पुलिस वहां मूकदर्शक क्यों बनी रही?