नई दिल्ली: मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच टकराव देखने को मिला. दिल्ली में हुये हिंसक प्रदर्शन पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस की कार्रवाइयों के कारण कुछ असामाजिक तत्व परेड में शामिल हो गए और यह हिंसा का कारण बना. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने एक बयान में यह भी आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने परेड के पहले से तय मार्गों के कुछ स्थानों पर गलत तरीके से बैरिकेड लगाए थे.
टिकैत ने किसानों को बरगलाने का आरोप भी लगाया है. टिकैत ने कहा, “यह जानबूझकर किसानों को बरगलाने के लिए किया गया था, इस वजह से ट्रैक्टरों पर किसान भटक गए.” टिकैत ने दावा किया कि इससे असामाजिक तत्वों को ट्रैक्टर परेड में प्रवेश का मौका मिला. उन्होंने कहा कि बीकेयू शांतिपूर्ण प्रदर्शन में विश्वास करता है और हिंसा के पीछे उपद्रवियों की पहचान करेगा.
टिकैत के दावों के विपरीत उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे वो कहते दिखाई दे रहे है कि ‘अब दिल्ली आ जाओ और लाठी डंडे साथ लेते आना’ लोग इस वीडियो को शेयर कर लिख रहे है कि टिकैत ने प्रदर्शनकारियों को भड़काने का कम्म किया है।
दरअसल मंगलवार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली और परेड निकाली थी. इस दौरान लाल किला समेत कई जगहों पर जमकर हिंसा और उपद्रव हुआ. स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर अधिकारियों के साथ आपात बैठक भी बुलाई थी.
वहीं हरियाणा के जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. केंद्रीय गृह सचिव राजीव अरोड़ा ने मंगलवार की देर शाम यह आदेश जारी किया है. इसके तहत हरियाणा के सोनीपत, पलवल और झज्जर में इंटरनेट और SMS सर्विस बंद रहेगी. केवल वॉइस कॉल ही एक्टिवेट रहेंगी. यह बैन बुधवार शाम पांच बजे तक लागू रहेगा.