चमोली: उत्तराखंड में बदरीनाथ के पास माणा में आए एवलॉन्च के दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सड़क मार्ग बंद होने के कारण रेस्क्यू टीमें गाड़ी और पैदल चलकर आवाजाही नहीं कर पा रही हैं. दरअसल पिछले तीन दिन में इस इलाके में जोरदार बर्फबारी हुई है.
बर्फ से ढका है बदरीनाथ जाने वाला एनएच: बर्फबारी का आलम ये रहा कि हनुमान चट्टी से बदरीनाथ तक नेशनल हाईवे पर 20 किलोमीटर तक बर्फ ही बर्फ है. बर्फ भी कोई एक या दो फीट नहीं है.
नेशनल हाईवे पर 6 से 8 फीट तक बर्फ बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर जमी हुई है. यानी एक आदमी की हाईट से कहीं ज्यादा ऊंची बर्फ है. ऐसे में गाड़ियों और पैदल जाना रेस्क्यू टीमों के लिए बहुत कठिन हो रहा है.
20 किलोमीटर नेशनल हाईवे पर 8 फीट तक जमी है बर्फ: हालांकि रेस्क्यू में लगी एजेंसियां और बीआरओ, पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ की टीमें बर्फ हटाने में लगी हैं. लेकिन 20 किलोमीटर तक का एरिया वो भी अति दुर्गम बहुत मेहनत का काम लग रहा है.
आज शनिवार सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर मौसम साफ होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. दो निजी हेलीकॉप्टरों ने ज्योतिर्मठ में बनाए गए बेस कैंप से एवलॉन्च प्रभावित क्षेत्र माणा के लिए उड़ान भरी.
8 लोगों का रेस्क्यू है बाकी: शुक्रवार से दुर्गम परिस्थितियों में भी डटकर रेस्क्यू अभियान चला रहे सेना के जवानों ने आज फिर खुशखबरी दी. आज सुबह पहले डेढ़ घंटे में ही 14 और लोगों को क्लेशियर के मलबे से रेस्क्यू कर लिया गया. इस तरह अब सिर्फ 8 लोगों का रेस्क्यू किया जाना है. सेना के जवान युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाए हुए हैं.
पीएम मोदी ले रहे पल-पल की अपडेट: राहत और बचाव कार्य में लगी टीमों की जानकारी और पूरे हालात पर न केवल उत्तराखंड सरकार बल्कि अब केंद्र सरकार भी नजर रख रही है. कल से अब तक प्रधानमंत्री कार्यालय और गृहमंत्री अमित शाह ने इस पूरे घटना की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से ली है.
सीएम धामी भी शुक्रवार से 5 घंटे में दो बार आपदा कंट्रोल रूम में पहुंचकर हालात की जानकारी ले चुके हैं. चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी के अनुसार फिलहाल मौसम खुल गया है और हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
शाम 4 बजे बाद बदल सकता है मौसम: एनडीआरएफ और एसडीआरएफ दोनों की टीमें रेस्क्यू अभियान में लगी हुई हैं. हवाई मार्ग के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी जाने की कोशिश की जा रही है. जिन लोगों को निकाला गया है उन्हें भी अस्पताल में चेकअप के लिए लाया जाएगा.