बल्लभगढ़ में बीकॉम छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से लोगों में आक्रोश का माहौल है, हर कोई इन हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग कर रहा है। सोशल मीडिया पर भी लोगो का गुस्सा फूटा और लोगो ने इस जघन्य हत्या के विरोध में एकजुट होकर हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुचाने की मांग की।
इसी कड़ी में कवि कुमार विश्वास ने भी एक न्यूज पोस्ट को टैग कर हरयाणा सरकार पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “तौसीफ नामक यही राक्षस निकिता के साथ अश्लील हरकत करने पर आपकी ही सरकार की पुलिस में 2018 में नामज़द हुआ था, पर आप व आपके शासन का नाकारापन है कि आप उस पिशाच को तब सजा तक न दिला पाए,अब दिन-दहाड़े उसने उसी मासूम बच्ची को गोली मार दी तो आप ज्ञान दे रहे हैं कि सुरक्षा नहीं दे सकते???”
जिसपर बीजेपी नेता जवाहर यादव ने उनकी जानकारी को अधूरा बताते हुए लिखा “2018 के बारे में आपकी जानकारी ग़लत और अधूरी है पूलिस ने आरोपी को 2 घंटे में ही पकड़ लिया था एसा निकिता के पिता का कहना है और उन्होंने ही वो केस वापिस लिया । जहाँ निकिता के गुनहगारों की बात है वो चाहे कांग्रेस के विधायक है या बड़े नेता सज़ा हर हाल में मिलेंगी ।”
फिर कुमार विश्वास ने जवाहर यादव को जबाब दिया और हत्यारे को कठोर सजा दिलाने की मांग की, कुमार विश्वास ने लिखा, “प्रिय जवाहर भाई, आशा करता हूँ कि आपकी @mlkhattar सरकार इस पिशाच को न केवल कठोरतम सजा दिलाएगी बल्कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का ऐसा ख़ौफ़ पैदा करेगी कि इस तरह की जघन्य सोच से पहले अपराधी थर-थर काँपे ! कोई सरकार ऐसी पहल करके तो दिखाए,नहीं तो ये रक्तबीज पैदा होना बंद नहीं करेंगे?”
तौसीफ के घरवालों ने 2018 में दबाव बनाकर वापस कराया था केस
तौसीफ और निकिता दोनों फरीदाबाद के एक स्कूल में साथ पड़े थे। निकिता 12वीं की बोर्ड टॉपर्स में थी और सिविल सविर्सिज एग्जाम की तैयारी कर रही थी। 2018 में स्कूल खत्म होने के बाद दोनों अलग-अलग कॉलेज में पढ़ने लगे। पुलिस के अनुसार, उसी साल तौसीफ ने निकिता का अपहरण किया था। मामला दर्ज हुआ था लेकिन पंचायत के बाद वापस ले लिया गया। निकिता के परिवार का आरोप है कि उनपर तौसीफ के रिश्तेदारों ने दबाव बनाया था। नूंह में तौसीफ के परिवार का दबदबा है और निकिता के परिवार को भरोसा दिया गया था कि तौसीफ आगे कुछ नहीं करेगा।
निकिता के पिता ने बताया कि तौसीफ कई सालों से उनकी बेटी पर धर्म परिवर्तन कर उससे शादी करने का दबाव बना रहा था। निकिता पढ़ाई में हमेशा अव्वल आती थी। ऐसे में वो उससे बात भी नहीं करना पसंद करती थी। निकिता के पिता का दावा है कि आरोपित की मां पिछले दो साल से बेटी पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रही थी।