अमेरिका की संसद में हिंसा की घटना के बाद दुनिया भर में लोकतंत्र को लेकर बहस छिड़ गई है। अमेरिकी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को एक संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए क्रमश: जो बाइडन तथा कमला हैरिस के निर्वाचन की औपचारिक रूप से पुष्टि कर दी। इससे कुछ घंटे पहले पूरी दुनिया तब हतप्रभ रह गई जब निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को विफल करने के मकसद से कैपिटल भवन पर धावा बोल दिया और इस दौरान अभूतपूर्व हिंसा हुई तथा अफरातफरी मच गई। इसको लेकर टीवी चैनलों में जोरदार बहस हो रही है।
भारत में टीवी चैनल आज तक के विशेष कार्यक्रम हल्ला बोल में एंकर अंजना ओम कश्यप के सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष के बीच जमकर तकरार हुई। आशुतोष ने बीजेपी प्रवक्ता से पूछा कि आज की डेट में नफरत की राजनीति को कौन कर रहा है, दूसरों को देशद्रोह गद्दार कौन कहता है, ये जो अपने विरोधियों को दुश्मन साबित कौन करता है? ट्रंप ने जब 2016 में राष्ट्रपति बने हैं तब से वह यही कर रहे हैं। जो उनका समर्थक नहीं है, वह देशद्रोही है। कहा कि ‘डोंट वेपनाइज आइडियोलॉजी’, बोले कि इसकी निंदा कीजिए।
उन्होंने कहा कि गुजरात दंगा करने वाले कौन थे, बाबरी मस्जिद ढहाने वाले कौन थे, कपड़ों से पहचान लेने वाले कौन लोग थे, किसने कहा था कि गोली मारो, हर क्रिया की प्रतिक्रया होती है, यह किसने कहा था।
इस पर एंकर अंजना ओम कश्यप ने आशुतोष से पूछा कि ईवीएम पर शक जताने वाले कौन लोग थे। आशुतोष ने कहा कि हर गलती की मैं निंदा करता हूं। उनके बोलने के साथ ही सुधांशु त्रिवेदी ने पूछा कि गोधरा में आग किसने लगाई थी, लाखों मंदिर किसने तोड़ा था, कश्मीरी पंडितों को किसने भगाया था, कौन थे वे लोग जो कहे थे कि 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दीजिए तो देख लूं? कहा कि इस पर भी कुछ बोलिए। यही विडंबना है। आप इस पर कुछ नहीं बोलेंगे।