ऐसे कई मौके देखने को मोले है जब पत्रकार अपने चैनल की TRP बढ़ाने के लिए खबर की बिना पड़ताल किये ब्रेकिंग न्यूज़ चला देते है। इस तरह के फेक न्यूज फैलाने के मामलों में सच्ची पत्रकारिता का दावा करने वाले ‘महापुरुष’ राजदीप सरदेसाई का नाम के बार सामने आ चुका है चाहे भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के स्वास्थय से संबंधित खबर हो या फिर कल 26 जनवरी ट्रैक्टर रैली में किसान की मौत की खबर।
मंगलवार को किसानों की रैली निकलनी थी। किसानों ने तय रूट से अलग ट्रैक्टर ले जाने शुरू किए। यहां तक कि आईटीओ पर पहुंच गए, जो दिल्ली के लिहाज से सबसे अहम जगहों में एक है। यहां पर एक किसान की मौत हो गई। अभी तक यह साफ नहीं हुआ था कि मौत किस वजह से हुई। उसी समय राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट किया कि आरोपों के मुताबिक पुलिस की गोली से मौत हुई।
उन्होंने लिखा, “एक 45 वर्षीय व्यक्ति नवनीत की आरोपों के मुताबिक पुलिस फायरिंग में आईटीओ पर मौत हो गई है। किसानों ने मुझसे कहा है कि यह ‘बलिदान’ बेकार नहीं जाएगा। #groundzero.” भले ही ‘Allegedly’ लिखा हो, लेकिन हर कोई जानता है कि सोशल मीडिया में इस तरह के ट्वीट का कैसा असर होता है। इससे हिंसा भड़क सकती थी। खैर, यह खबर गलत निकली।
अगर DD न्यूज़ के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव के इस ट्वीट पर भरोसा कर तो राजदीप के इस झूठी खबर को फैलाने में जनक TV चैनल इंडिया टुडे ने भी उनका भरपूर साथ दिया। आप इस वीडियो को दखिये जिसमे राजदीप खबर का व्योरा दे रहे है और उनके चैनल का रिपोर्टर उन्हें कवर कर रहा है।
अशोक श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में लिखा, “मुझे लगा था कि #rajdeepsardesai ने सिर्फ झूठा ट्वीट किया, लेकिन @IndiaToday चैनल ने भी राजदीप के झूठ को न सिर्फ दिखाया बल्कि इस झूठ को फैलाया। @aroonpurie जी से पूछा जाना चाहिए कि ये कैसी पत्रकारिता है ?”