नई दिल्ली: यूक्रेन-रूस संकट पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत का रुख निष्पक्ष है और देश संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद करता है. सिंह ने आज यहां एएनआई से बात करते हुए कहा, “हमारा रुख निष्पक्ष है और हम शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद करते हैं.” इसी बीच भारतीयों को यूक्रेन से वापस लाने के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान रास्त से ही वापस आ गया है.
दरअसल रूस के हमले के बाद यूक्रेन ने कहा कि उसने अपने पूर्वी क्षेत्रों में रूसी सैन्य अभियानों के बीच अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. जिसके कारण एयर इंडिया के विमान को रास्ते से ही वापस आना पड़ा. आपको बता दें कि करीब 20 हजार भारतीय अब भी यूक्रेन में फंसे हैं. वे स्वदेश लौटने का इंतजार कर रहे हैं. एयर इंडिया की ओर से 24 और 26 फरवरी को भारत-यूक्रेन के बीच उड़ान संचालित की जानी थी.
हमले की घोषणा की
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज सुबह ही यूक्रेन में ‘सैन्य अभियान’ की घोषणा की है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इस बात का ऐलान किया है. वहीं संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेनी राजदूत ने रूस से मांग की कि वो युद्ध न करें. रूस-यूक्रेन संकट पर बुधवार देर रात को सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में यूक्रेनी राजदूत Sergiy Kyslytsya ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया से इस युद्ध (Russia-Ukraine Crisis) को रोकने को कहा.
करीब 25 मिनट चली बात
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच गुरुवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर करीब 25 मिनट बात की। PM मोदी ने की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर रूस-यूक्रेन के बीच ‘हिंसा को तत्काल बंद करने’ की अपील की है। पुतिन के साथ पीएम मोदी की फोन पर हुई बातचीत में भारतीयों की सुरक्षा पर भी चर्चा की गई है। पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध से नहीं बातचीत करने से ही समाधान निकलेगा। मोदी ने पुतिन से कहा NATO-रूस बातचीत कर रास्ता निकालें। उन्होंने (पीएम मोदी ने) तत्काल हिंसा खत्म करने की अपील की और सभी पक्षों से राजनयिक वार्ता तथा संवाद के रास्ते पर लौटने के लिए ठोस कोशिशें करने का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा है कि बातचीत के जरिए ही कोई हल निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि कूटनीति के जरिए ही शांति स्थापित की जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन में भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से छात्रों की सुरक्षा के बारे में भारत की चिंताओं के बारे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भी अवगत कराया और बताया कि भारत उनके सुरक्षित निकास और भारत लौटने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने सहमति व्यक्त की कि उनके अधिकारी और राजनयिक दल सामयिक हितों के मुद्दों पर नियमित संपर्क बनाए रखेंगे।