Hijab Controversy: दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की छात्रा द्वारा हिजाब (Hijab) उतारने को कहे जाने का आरोप एक शिक्षक पर लगाया गया था. वहीं इस मामले के एक दिन बाद गुरुवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया(Deputy CM Manish Sisodia) की पहली प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का लोगों के एक वर्ग द्वारा राजनीतिकरण किया जा रहा है और शिक्षा विभाग द्वारा इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है.

पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिसोदिया (Sisodia) ने कहा कि आप सरकार (AAP Government) सभी परंपराओं, धर्मों और जातियों का सम्मान करती है और उसके स्कूलों में सभी समुदायों के छात्रों के साथ समान व्यवहार किया जाता है. उन्होंने कहा, ‘इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश की जा रही है. हमारे स्कूलों में सभी धर्मों और जातियों के छात्रों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाता है. हमारी ओर से (हिजाब पहनने पर) कोई प्रतिबंध नहीं है. ”

बता दें कि मुस्तफाबाद में दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की एक नाबालिग लड़की द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद डिप्टी सीएम की ये प्रतिक्रिया आई है. छात्रा का आरोप था कि स्कूल में उसे हेडस्कार्फ़ हटाने के लिए कहा गया था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में लड़की ने यह आरोप लगाया है. वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में भी पूछताछ की है.वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक हिजाब पहने बच्चे को हिंदी में बोलते हुए दिखाया गया है कि उसके स्कूल ने उसे स्कार्फ पहनकर कक्षा में नहीं आने के लिए कहा गया.

वहीं शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक स्कूल अधिकारियों द्वारा उसके माता-पिता के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बाद इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया था. उन्होंने कहा कि लड़कियां ज्यादातर स्कूल जाते समय हिजाब पहनती हैं और स्कूल परिसर में प्रवेश करने और अपनी कक्षाओं में जाने से पहले इसे उतार देती हैं.