Mumbai: महाराष्ट्र में दो बड़े नेताओं की मुलाकात ने प्रदेश में सियासी घमासान मचा रखा है। हर कोई इस मुलाकात के अलग अलग मायने निकाल रहा है। गौरतलब हो 2 दिन पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना सांसद संजय राउत के बीच एक होटल में मुलाकात हुई थी। अब इस मुलाकात पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बड़ा बयान दिया है। चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को कहा कि जब दो अलग-अलग राजनीतिक दलों के दो बड़े नेता मिलते हैं, तो जाहिर तौर पर राजनीति की ही चर्चा होती है।
हालांकि दोनों नेताओं ने इसे राजनीति से परे बताया था। लेकिन देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत की मुलाकात पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का यह वयान तो किसी और ही ओर इशारा कर रहा है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जाहिर सी बात है इस मीटिंग के दौरान उन्होंने चाय और बिस्किट की चर्चा तो नहीं की होगी। लेकिन यह बैठक अनिर्णायक थी।
आगे अपनी बात रखते हुये चंद्रकांत पाटिल ने मराठी में कहा कि “कोई भी राज्य में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहता है। लेकिन अस्थिरता से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। एक अच्छी सुबह को सब कुछ बदल जाएगा।” अब देखना यह होगा की आने वाले दिनों में क्या भाजपा और शिवसेना एक बार फिर से साथ आते है या वाकई यह मुलाकात राजनीतिक नही थी।
आपको बताना चाहेंगे देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत की मीटिंग के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच ये बैठक करीब एक घंटे तक चली। दोनों नेताओं की यह बैठक तब हुई थी जब एक दिन पहले ही देवेंद्र फडणवीस और संजय राउत मिले थे।
Input: AajTak