हाथरस गैंगरेप और मौत के मामले में पुलिस की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे है। अब खबर यह आ रही है कि पुलिस किसी भी नेता और मीडिया के लोगों को गांव में प्रवेश नही करने दे रही है। गांव में सिर्फ प्रशासनिक अधिकारियों को आने जाने की इजाजत है। कल ABP न्यूज़ ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनकी टीम को पुलिस ने गाँव के बाहर ही रोक लिया और पीड़ित परिवार के लोगो से मिलने नही दिया।
आज पुनः देश के सबसे बड़े न्यूज़ चैनल में से एक आज तक ने भी यही बात कही की उनकी टीम के साथ पुलिस ने बहुत गलत व्यवहार किया। आज तक कि ओर से कहा गया कि हाथरस मामले की कवरेज कर रही आजतक की टीम के साथ हाथरस जिला प्रशासन ने बदसलूकी की है। आजतक की संवाददाता चित्रा त्रिपाठी को प्रशासन के अधिकारी ने धमकी दी। कैमरे के सामने अधिकारी ने चुप्पी साध ली। चित्रा बार-बार धमकाने का कारण पूछती रहीं, लेकिन अधिकारी के मुंह से एक शब्द भी निकला।
इनसब पर आजतक न्यूज की एंकर चित्रा त्रिपाठी ने खुद एक ट्वीट किया और पुलिस प्रशासन के बर्ताव का जिक्र किया चित्रा ने ट्विटर पर लिखा- “प्रेम प्रकाश मीणा- ज्वाइंट मजिस्ट्रेट
एक नंबर का फ़र्ज़ी और बदतमीज़ अधिकारी. पुलिस वालों के साथ आकर मुझे घेरता है फिर बदसलूकी.आज तक अपने पत्रकारिता करियर में ऐसा गंदा अधिकारी मैंने नहीं देखा. #बेहद_शर्मनाक”
हालांकि चित्रा त्रिपाठी का इस तरह से ट्वीट करना और प्रशासन पर उंगली उठाने कुछ यूजर्स को पसंद नही आया और चित्रा त्रिपाठी ने अपने ट्वीट में जिस अधिकारी का जिक्र किया है उस अधिकारी को ये यूजर्स एक अच्छे अधिकारी बात रहे है।
एक यूजर ने चित्रा को जबाब देते हुए लिखा ” आप क्या अपने pinned ट्वीट की तरह हाथरस को टूरिस्ट प्लेस समझ कर गयीं थीं?? प्रशासन ने वहाँ रोक लगा रखी है, फिर क्यो गयीं?? किसने पैसे दिए हंगामा खड़ा करने और ट्वीट करने के?”
एक अन्य यूजर ने लिखा “मीणा साहब के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग ठीक नहीं मीणा साहब हमारे यहां हरैया मे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रह चुके हैं वे एक जनप्रिय अधिकारी हैं चित्रा जी”
चित्रा को जबाब देने वालो की तादाद बहुत ज्यादा है। एज दूसरे यूजर ने लिखा “