भले ही आपको ये कड़वा लगे पर अमिताभ बच्चन और जया बच्चन को नमक हराम भी कहा जा सकता है, असल में इन दोनों ने जिस थाली में खाया था, पेट भरने के बाद उसी थाली में छेद कर दिया था 90 के पुरे दशक में अमिताभ बच्चन का पूरा करियर जमीन पर था, कोई फिल्मे नहीं चल रही थी, अमिताभ बच्चन पर कर्जा था और इनकी आर्थिक स्तिथि एकदम ख़राब हो चुकी थी, बिलकुल वैसे ही जैसे इन दिनों अनिल अंबानी की स्तिथि है
अमिताभ बच्चन के पास कर्ज का सूद देने भर भी पैसा नहीं था, यहाँ वहां मारे फिर रहे थे, तब उत्तर प्रदेश में अमर सिंह एक बड़े नेता हुआ करते थे, मुलायम-अमर की जोड़ी चलती थी और पैसा खूब था उन दिनों अमर सिंह को अमिताभ बच्चन की स्तिथि के बारे में पता चला, अमर सिंह भी एक नेता थे, उन्होंने सोचा की अमिताभ उत्तर प्रदेश का ही है, उसकी मदद करते है, बदले में अमिताभ और जया समाजवादी पार्टी का समर्थन और कार्य करेंगे
अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन की मदद की और अमिताभ बच्चन का करियर एक बार फिर चल पड़ा, वो अपने कर्जों को भी उतार सके, जया बच्चन तो समाजवादी पार्टी में आधिकारिक रूप से शामिल भी हो गयी सड़क पर आ चुके अमिताभ-जया को अमर सिंह ने ही बचाया, सबके करियर में ख़राब समय आता ही है और अंततः अमर सिंह का भी ख़राब समय आया, मुलायम-अमर की जोड़ी टूट गई और अमर सिंह का राजनितिक करियर भी लगभग समाप्त हो गया
अब अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने अमर सिंह से दुरी बनानी शुरू कर दी, अमर सिंह बीमार पड़ते तो अमिताभ बच्चन ने अस्पताल जाना भी छोड़ दिया, क्यूंकि अब अमर सिंह किसी काम के तो थे नहीं और बच्चन का काम धंधा भी बढ़िया चल रहा था, फिल्मे भी चल रही थी और कौन बनेगा करोडपति भी चल रहा था
अमर सिंह आख़िरकार किडनी की बीमारी से मर गए पर अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने उनका एक बार हाल तक नहीं पुछा, इसी अमर सिंह ने सड़क पर आ चुके अमिताभ और जया को आसरा दिया था और मदद की थी, पर जब अमर सिंह का ख़राब समय आया तो दोनों पति पत्नी ने अमर सिंह से कन्नी काट ली असल में इसी को कहते है जिस थाली में खाया उसी में छेद किया, और इस काम में जया बच्चन एक्सपर्ट है
Input: Gorakhpur Times