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‘बाबा का ढाबा’ के बुजुर्ग मालिक कांता प्रसाद ने की खुदकुशी करने की कोशिश, हालत नाजुक

दिल्ली के बाबा के ढाबा वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद ने शनिवार रात खुदकुशी की कोशिश की। उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत अभी नाजुक बताई जा रही है। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कांता प्रसाद एक विडियो के बाद देशभर में चर्चित हो गए थे। उन्होंने पब्लिक से मिले मदद के पैसों से एक नया रेस्टोरेंट खोला था, लेकिन नुकसान के बाद करीब चार महीने पहले उसे बंद कर दिया था। पैसों की हेराफेरी के आरोप लगाने के बाद पिछले दिनों उनकी यूट्यूबर गौरव वासन से भी सुलह हो गई थी।

कांता प्रसाद दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में सड़क किनारे अपना ढाबा चला रहे थे। पुलिस ने बताया कि गुरुवार रात पीसीआर को कॉल आई कि किसी ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा कि 80 वर्षीय कांता प्रसाद हैं। कांता की पत्नी बादामा देवी ने पुलिस को बताया कि उनके पति पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे।

टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक कांता प्रसाद ने शनिवार देर रात आत्महत्या की कोशिश की। उन्होंने नींद की गोलियां खाईं, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। रिपोर्ट के मुताबिक, कांता प्रसाद को तुरंत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस इस मामले की आत्महत्या की कोशिश के नजरिए से जांच कर रही है।

बंद हो गया था नया वाला रेस्टोरेंट-
गौरतलब हो, कांता प्रसाद सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के जरिए देशभर में चर्चा में आए थे। उनकी मदद के लिए कई लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया था, जिसके बाद उनकी आर्थिक स्थिति काफी बेहतर हो गई थी। कांता प्रसाद ने क्राउड फंडिंग से मिले पैसों से नया रेस्टोरेंट खोला था। इसमें उन्होंने दो शेफ और एक हेल्पर को नौकरी पर रखा था। लॉकडाउन में रेस्टोरेंट पर ताला लगने के कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ था, जिसके बाद उन्होंने इसे बंद कर दिया था। बाबा के बेटे ने बताया था कि रेस्टोरेंट में खर्चे के अनुसार कमाई बेहद कम हो रही थी। रेंट, काम करने वाले लड़कों की तनख्वाह, बिजली और पानी का बिल भरना पड़ता था। रेस्टोरेंट खोलने में डेढ़ लाख से अधिक पैसे लगे थे। रेस्टोरेंट बंद होने के बाद हमने सारा सामान बेच दिया, जिससे 30 से 40 हजार रुपये मिले। बाबा के बेटे के अनुसार, रेस्टोरेंट में यदि महीने का खर्चा 2 लाख रुपये था तो कमाई सिर्फ 15 हजार रुपये हो रही थी।

पिछले साल यूट्यूबर गौरव वासन ने बाबा का एक वीडियो बनाकर शेयर किया था, जिसमें कांता प्रसाद ने रोते हुए बताया था कि उनके दो बेटे और एक बेटी है, लेकिन कोई मदद नहीं करता है। वह और उनकी पत्नी दिनभर ढाबे पर खाना बनाकर बेचते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि रातों-रात बाबा की किस्मत बदल गई। बड़ी संख्या में लोग उनकी मदद के लिए सामने आए और ढाबे पर लंबी कतार लग गई। लोग उनके साथ एक फोटो खिंचाने के लिए उतावले होने लगे थे।

दरअसल, गौरव वासन के जिस वीडियो के चलते लोग बाबा की मदद करने के लिए टूट पड़े थे, उसे बनाने वाले यूट्यूबर गौरव से बाबा की अनबन हो गई थी। बाबा ने बाद में गौरव पर धोखाधड़ी का केस दायर कर दिया। इतना ही नहीं, बाबा कांता प्रसाद ने आरोप लगाया कि गौरव ने लोगों से उनके नाम पर बड़ी रकम जुटाई, लेकिन उन्हें कुछ ही हिस्सा दिया था। हाल में बाबा ने वासन से माफी भी मांग ली थी। फिलहाल रेस्टोरेंट बंद करने के बाद कांता प्रसाद एक बार फिर वहीं पहुंच गए हैं, जहां वह पहले ढाबा चलाते थे। कोरोना की दूसरी लहर में फिर से लॉकडाउन लगा तो पुराना ढाबा भी बंद करना पड़ा था।

Input: Navbharat Times