पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का जबरण धर्मांतरण जारी है. पाकिस्तान में हिंदू, सिख और ईसाई लड़कियों का धर्मांतरण करवा कर उनके जबरदस्ती निकाह करवाए जा रहे हैं. यह घटना 6 जनवरी 2021 की है. पाकिस्तान के सिंध प्रांत की बलूचिस्तान की एकता कुमारी (Ekta Kumari) के साथ यह घटना घटी है. वह स्कूल में पढ़ाती हैं. उसे जबरन इस्लाम कबूल करवाया है. इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन ने चुप्पी ओढ़ रखी है. पिछले दिनों एक रिर्पार्ट प्रकाशित हुई जिसके मुताबिक पाकिस्तान में हर साल करीब 1000 अल्पसंख्यक लड़कियों का जबरण धर्मांतरण किया जाता है.
मियां मिट्ठू ने एकता को इस्लाम कबूल करवाया
पाकिस्तान के सामाजिक कार्यकर्ता राहत आॅस्टिन ने ट्वीट कर एकता की तस्वीर और उसके धर्मांतरण के प्रमाण पत्र भी साझा किया है. उन्होंने यह लिखा है कि एक प्राइमरी स्कूल की हिंदू टीचर एकता कुमारी को सिंध के घोटकी के बारझुंडी शरीफ धरकी में मियां मिट्ठू के जरिये इस्लाम कबूल करवाया गया. अब एकता का नाम आयशा कर दिया गया है. एकता के पिता का नाम अनिल कुमार है.
वाॅयस ऑफ माइनाॅरिटी ने भी चिंता जताई
सोशल मीडिया पर एक और ट्वीट वायरल हो रही है. यह ट्वीट वाॅयस आॅफ पाकिस्तान माइनाॅरिटी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट की गई है. इस पोस्ट में यह कहा गया है कि पाकिस्तान में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाना बहुत सामान्य हो चुका है. मियां मिट्ठू ने एक प्राइमरी स्कूल की शिक्षिका को 6 जनवरी को इस्लाम कबूल करवाया.
वॉइस ऑफ माइनॉरिटी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब यहां के झंडे में से सफेद रंग बिल्कुल गायब हो जाएगा. बता दें कि पाकिस्तान के झंडे में सफेद रंग अल्पसंख्यक को दर्शाता है.