बिहार चुनाव के बाद भले ही मुख्यमंत्री के रूप में जनता दल युनाइटेड (JDU) के अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का नाम साफ हो गया है, लेकिन उपमुख्यमंत्री के नाम पर अब भी ‘सस्पेंस’ बना हुआ है। इसे लेकर कोई भी कुछ नहीं बोल पा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मामले को लेकर कहा कि सबकुछ बैठकर तय कर लेंगे। सिंह ने रविवार को पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा विधायकों की बैठक में तारा किशोर प्रसाद को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं रेणु देवी को उपनेता के रूप में चुना गया है।
गया से विधायक प्रेम कुमार भी दावेदार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार ने डिप्युटी मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। प्रेम कुमार के इस पद के लिए दावेदारी करने से मामला उलझने का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रेम कुमार ने कहा कि वह 50 साल से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसे स्वीकार करेंगे। बता दें कि प्रेम कुमार लगातार आठवीं बार गया विधानसभा सीट से विधायक बने हैं। पिछली सरकार में प्रेम कुमार कृषि जैसा अहम मंत्रालय संभाल रहे थे।
अगर बात बिहार के उपमुख्यमंत्री पद के लिए की जाये तो इस बार बीजेपी में डिप्युटी सीएम के कई और दावेदार हैं। सुशील कुमार मोदी करीब 13 साल से बिहार में इस पद पर हैं और एक बार फिर से वह इस पद के मजबूत दावेदार हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी नजदीकी और काम करने के सामंज्स्य के चलते उनकी दावेदारी मजबूत बनी हुई है।
कामेश्वर चौपाल भी हैं डिप्टी सीएम के दावेदार
संघ के पुराने नेता कामेश्वर चौपाल भी बिहार में डिप्युटी सीएम के दावेदार माने जा रहे हैं। कामेश्वर चौपाल अचानक पटना पहुंचे हैं और मीडिया में कहा है कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी वह उसे स्वीकार करेंगे। उनके इस बयान के बाद अटकलों का बाजार गरम है। बिहार में बनने वाली आगामी सरकार में कौन उपमुख्यमंत्री होगा यह तो एनडीए की बैठक में ही तय होगा, लेकिन उससे पहले प्रेम कुमार, कामेश्वर चौपाल और सुशील मोदी तीनों की दावेदारी सामने आने के बाद मामला दिलचस्प हो गया है।