RTI (राइट टू इन्फॉर्मेशन) यानी सूचना के अधिकार के जरिए एक महिला के लव अफेयर यानी प्रेम संबंधों की पोल खुलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यही नहीं, आरटीआई का सहारा लेकर एक पति ने यह भी पता लगा लिया कि पत्नी ने शादी के पहले गर्भपात (अबॉर्शन) भी कराया था.
एक युवक का दो साल पहले रिश्ता तय हुआ था. सगाई के बाद से ही उसकी मंगेतर से कॉल पर बातें होने लगीं. देखते-देखते वह होने वाली पत्नी के प्यार में डूब गया. फिर धूमधाम से दोनों की शादी भी हुई. सुहागरात का वक्त आया, तभी अचानक दूल्हे को दुल्हन के पेट पर टांके दिखे. कुछ संदेह हुआ, मगर पति कुछ बोला नहीं. परंपरानुसार विवाह के चंद दिनों बाद पत्नी मायके चली गई. लेकिन कई दिन बीतने पर भी शक के चलते पति उसे लेने ही नहीं गया. बस, यहीं से पूरा मामला बिगड़ गया और उधर पत्नी ने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया. फिर पति ने शुरू की तहकीकात…
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के एक शख्स की यह कहानी है. उसकी शादी पड़ोसी जिले अशोकनगर की रहने वाली युवती से हुई. दहेज प्रताड़ना का केस लगने और पत्नी के पेट पर टांके दिखने के बाद पति ने पत्नी की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी. पति का यह भी आरोप है कि शादी के एक-दो दिन बाद ही पत्नी दूसरे शख्स से मोबाइल पर बात करने लगी थी. इससे पहले उसके पेट पर टांके भी दिखे थे. शक गहराया तो नजदीकी नाते-रिश्तेदारों से बातचीत की गई. तब पता चला कि रिश्ता तय होने से पहले उसकी पत्नी एक स्कूल में पढ़ाने जाती थी और वहीं एक टीचर के साथ उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था.
इसी बीच, छानबीन में जुटे पति को पता चला कि पत्नी का शादी से पहले अशोकनगर के ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज भी चला था. इसके लिए पति ने सूचना के अधिकार (RTI) का सहारा लिया. आरटीआई से जो जानकारी मिली, उसे देखकर वह सन्न रह गया.
RTI से पता चला कि शादी से महज तीन माह पहले पत्नी गर्भवती (प्रेग्नेंट) थी. मतलब युवती ने गर्भपात भी करवाया था. चौंकाने वाली बात यह है कि एक मेडिकल रिपोर्ट में शादी से पहले ही पति का नाम भी लिखावा दिया गया था.
अब आईटीआई से मिली इसी जानकारी को पति ने अपने वकील के जरिए अदालत में पेश किया है. साथ ही पत्नी और उसके परिजनों को भ्रूण हत्या का आरोपी बताया है. यही नहीं, युवक का आरोप है कि ससुरालजन कई दफा उसके साथ मारपीट कर चुके हैं. पति ने इस मामले में जल्द ही न्याय की गुहार लगाई है.