महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक की बीच ठाकरे गुट के तीन विधायक शिंदे खेमे से जुड़ गए हैं। विधायक रविंद्र फाटक जो एकनाथ शिंदे को समझाने सूरत आये थे वह अब शिंदे गुट से जुड़ गए हैं। इस उठापटक के बीच शिवसेना के तीन और बागी विधायक गुवाहाटी रवाना हो रहे हैं। एमएलए रविन्द्र फाटक, दादाजी भउसे, संजय राठौड़ सूरत से चार्टड फ्लाईट से गुवाहाटी के लिए निकले हैं।
विधायक रविंद्र फाटक को उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को मनाने सूरत भेजा था और फाटक ने ही उद्धव की बात शिंदे से कराई थी। रविंद्र एकनाथ शिंदे को समझाने गए थे लेकिन शिंदे ने उन्हें ही अपने पाले में मिला लिया। रविंद्र फाटक ठाणे के रहने वाले है और एकनाथ शिंदे के पड़ोसी भी हैं।
चर्चा से रास्ता निकल सकता: इस सबके बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, “चर्चा से रास्ता निकल सकता है, गुलाम बनने के बदले स्वाभिमान से निर्णय लो।” उन्होंने कहा कि अगर सारे विधायक चाहते हैं तो शिवसेना महा अघाड़ी सरकार से अलग हो जाएगी, लेकिन सारे बागी विधायकों को मुंबई आकर उनसे और सीएम उद्धव ठाकरे से बात करनी होगी। बागी विधायक गुवाहाटी से संदेश बंद करें और मुंबई आकर बात करें।
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर NCP नेताओं की बैठक संपन्न हुई। जिसके बाद NCP नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, “हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं।”
कांग्रेस ने लगाया बीजेपी पर आरोप: वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने बीजेपी पर महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “भाजपा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर और शिवसेना को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। हम इस पर काम कर रहे हैं कि इसे कैसे सुलझाया जाए। महा विकास अघाड़ी सरकार जारी रहेगी और 5 साल पूरे करेगी।” उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कांग्रेस MVA के साथ खड़ी है।