कृषि बिलों के के बहिष्कार और किसानों के समर्थन में बॉक्सर विजेंदर सिंह ने कुछ दिनों पहले किसानों के प्रदर्शनस्थल पर जाकर अपना समर्थन देने का एलान किया था। इसके अलावा बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने खेल रत्न अवॉर्ड वापस लौटाने का भी ऐलान किया था। विजेंदर सिंह ने कहा था कि अगर सरकार ये काले कानून वापस नहीं लेती है तो मैं सरकार को खेल का सबसे बड़ा सम्मान राजीव गांधी खेल पुरस्कार वापस कर दूंगा।
बता दें कि राजीव गांधी खेल पुरस्कार देश का सर्वोच्च खेल सम्मान है। विजेंदर सिंह को जुलाई 2009 में खेल रत्न से नवाजा गया था। विजेंद्र मौजूदा समय में कांग्रेस में है। वह साल 2019 में आम चुनाव भी लड़े थे और अब किसान आंदोलन के समर्थन में समय-समय पर अपनी आवाज उठाते रहते है।
खबरों के मुताबिक 7 दिसम्बर को बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेन्द्र सिंह ने किसान आंदोलन के समर्थन में अवॉर्ड वापस करने का संकेत दिया था। लेकिन आज 26 दिसम्बर तक जब उन्होंने अपना खेल पुरस्कार वापिस नही किया तो सोशल मीडिया यूजर्स ने उनसे अवॉर्ड वापसी के लिए तरह तरह के सवाल पूछने लगे। ट्विटर पर अंकुर सिंह नाम के यूजर ने पूछा, “साल खत्म होने को है, विजेंदर सिंह अवार्ड वापिस कब करेंगे”
अंकुर के इस सवाल के जबाब में विजेंदर सिंह बात को टालते हुए जबाब देना ही उचित समझा और लिखा, “भाई 15 लाख का इन्तेजार कर रहा हूँ”। मतलब की मौके की राजनीति के लिए उन्होंने अवार्ड वापसी का जुमला दिया था”
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