दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर (Ghajipur Border) पर आंदोलनरत भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) के मंच पर पिछले दो दिन से राजनीतिक दलों के नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है. अलग-अलग सियासी पार्टियों के नेता यहां पहुंचकर राकेश टिकैत को अपना समर्थन दे रहे हैं. साथ ही केंद्र के कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ लड़ाई में उनकी हौसलाअफजाई भी कर रहे हैं. उनसे यहां आरएलडी, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी के नेताओं ने आकर मुलाकात की है.
किसान आंदोलन के जरिये राजनितिक रोटियां सेंकने में जुटे विपक्ष को किसान नेता राकेश टिकैत ने दो टूक कहा है कि विपक्ष यहाँ वोट तलाशने न आये, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार बात नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। विपक्ष यहां पर वोट तलाशने नहीं आए। विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं…आपको बता दें कि पिछले दो दिनों के भीतर कई दलों के प्रमुख नेता राकेश टिकैत से मिलने गाजीपुर बॉर्डर आ चुके हैं।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे टिकैत भाइयों ने रविवार को कहा कि किसान प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे, लेकिन वे आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
नरेश और राकेश टिकैत का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही कहा था कि सरकार से किसानों की बातचीत में महज एक फोन कॉल की दूरी है। टिकैत बंधुओं ने कहा कि वे बीच का रास्ता निकालने के लिए सरकार के साथ बातचीत को तैयार हैं।