हरियाणा के जींद में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान महापंचायत की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। वहीं किसानों को संबोधित करते हुए दिल्ली के CM ने कहा कि किसान आंदोलन के खिलाफ जो लोग बोल रहे हैं वो देश के गद्दार हैं।
अपनी सभा में केजरीवाल ने कहा, ‘जो आदमी किसान आंदोलन के साथ है वो देशभक्त है और जो आदमी किसान आंदोलन के खिलाफ है वो देश का गद्दार है। किसान आंदोलन के सामने भारतीय जनता पार्टी को झुकना पड़ेगा।’ केजरीवाल यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, ‘किसानों ने चक्का जाम किया है। हम किसानों के संघर्ष का समर्थन करते हैं। पंजाब और हरियाणा के किसानों ने दिल्ली कूच किया था तो हरियाणा सरकार ने जगह-जगह आंसू गैस के गोले छोड़े और बैरियर लगा दिए।’
इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी राज्यक्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक 2021 पर केंद्र सरकार को घेरा। केजरीवाल ने कहा कि, ‘सभी पार्टियां चाहती है कि मैं इनके जैसा हो जाऊं, थोड़ा मैं कमाऊं, थोड़ा इनको कमा कर दूं तो ये मेरी शक्तियां नहीं छीनते। आज ये सब इसलिए मेरे खिलाफ है क्योंकि मैं इनके जैसा नहीं बना। केजरीवाल आज भी वैसा है जैसे 10 साल पहले था। मैंने भगवान से SETTING कर रखी है कि मुझे तब तक मौत नहीं आएगी जब तक भारत को दुनिया का नंबर 1 देश ना देख लूं।’
केजरीवाल के भगवान से सेटिंग वाले वयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर निशाना साधा, हार्दिक भवसार नाम के यूजर ने लिखा, “भारत को मोदी जी देख लेंगे, तू दिल्ली को लंदन तो बना पहले मुफ्तखोर कही के… भगवान का अपमान मत कर लुटेरे, तूने तो लुटियनो, मुफ्तखोरों सेटिंग की हुई है, भगवान सब देख रहे है तेरे काले कारनामे….”
एक यूजर ने लिखा, “मोदी जी 5 से 10 साल में ये सपना पूरा कर देंगे आप अपना ज़्यादा समय परिवार के साथ बिताना शुरू करदो फिर”
सलभ मानी त्रिपाठी ने लिखा, “‘’मास्टर कहता था ….. मास्टर पढाया करता था’’
गुरू को गोविंद से ऊपर मानने वाली संस्कृति में ये कौन मानेगा कि ये एक पूर्व नौकरशाह और वर्तमान मुख्यमंत्री की भाषा है! आपकी इस भाषा पर आपको हो ना हो,आपके गुरूओं को जरुर ग्लानि होती होगी @ArvindKejriwal जी।”
अरविंद केजरीवाल ने अपने भाषण में ये भी कहा कि, ‘मैं किसान भाइयों से कहना चाहता हूं, चिंता मत करना, दिल्ली में थारा छोरा बैठा है CM, मेरा दिल कहता है, अंत में बीजेपी का गुरूर खत्म होगा।’ बता दें, किसानों का आंदोलन कई महीनों से जारी है। किसान केंद्र से तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, वहीं केंद्र सरकार बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की बात कर रही है। किसान आंदोलन में मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान ज्यादा हैं और आने वाले समय में इन राज्यों में चुनाव होने है इसी को लेकर केजरीवाल इन राज्यों में किसान महापंचायत करके राज्य में अपनी जमीन मजबूत करने में लगे हुए हैं।